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पलामू में घरशुमारी रसीद और आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर ठगी, गिरोह का एक सदस्य गिरफ्तार

पलामू जिले में ठगी करने वाले अपराधियों का भंडाफोड़ हो गया है. ये अपराधी घरशुमारी रसीद और आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर चालीस से पचास रुपए तक की अवैध वसूली किया करते थे. जब इस फर्जीवाड़े की सूचना सोशल मीडिया की माध्यम से आग की तरह फैल गई तो मामले को एसडीओ ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की.

Fraud in the name of making household receipt and Ayushman card in Palamu
ठगी का मामला
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Published : Dec 18, 2020, 7:32 PM IST

पलामूः जिले के छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र के छतरपुर और नौडीहा प्रखंड में पिछले करीब एक महीने से जारी फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया. ये फर्जीवाड़ा ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में घरशुमारी रसीद और आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर चालीस से पचास रुपए की अवैध वसूली से संबंधित है. ये ठग इतने शातिर थे कि छतरपुर थाना के अधिकारी, सीडीपीओ, जिला परिषद अध्यक्ष सबको अपने झांसे में ले चुके थे. अवैध उगाही मामले का पता जब छतरपुर अनुमंडल पदाधिकारी नरेंद्र गुप्ता को लगा, तो उन्होंने मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए इस कार्ड की असलियत को खंगाला और पाया कि इस तरह का कोई भी आदेश जिला प्रशासन या सरकार ने नहीं जारी किया है.

Fraud in the name of making household receipt and Ayushman card in Palamu
जारी निर्देश

फिर देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में जारी इस फर्जीवाड़े की सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से आग की तरह फैल गई. इन सब बातों से अंजान ठग जब सुबह फिर अपने काम पर निकले और छतरपुर थाना क्षेत्र के गोपलापुर गांव पहुंचे तो इस फर्जीवाड़े के खबर से जागरूक ग्रामीणों ने दो लोगों को धर दबोचा जिनमें एक मौका पाते ही फरार हो गया.

ये भी पढ़ें-रांची में 'रश्मि रॉकेट' फिल्म की शूटिंग शुरू, अभिनेत्री तापसी पन्नू निभा रही है मुख्य भुमिका

हैरानी की बात है कि दूसरे अधिकारियों की तरह उसने गांव के वार्ड पार्षद को झांसे में ले लिया था और पूरी रात उन्हीं के घर रुक खातिरदारी भी कराई. ठग के पकड़े जाने की सूचना ग्रामीणों ने छतरपुर पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस तत्काल गांव पहुंच कर उस फर्जी सर्वेयर को पकड़ कर थाने ले आई. पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान बिहार के जहानाबाद जिला निवासी श्रवण कुमार के रूप में बताई.

आगे जानकारी देते हुए आरोपी ने बताया कि छतरपुर और नौडीहा में वह कुल बारह लोग अपने गिरोह के सरदार बक्सर के राजपुर थाना निवासी सुमेश्वर चौधरी की ओर से इस काम पर लगाए गए हैं और इस कार्य के लिए उन सबको छह हजार महीने का मानदेय भी नियमित रूप से मिलता है. पकड़े गए व्यक्ति के अनुसार सुमेश्वर चौधरी का संपर्क जिला परिषद अध्यक्ष प्रभा देवी के पति मुनि व्यास से था, जिससे संपर्क साधकर उन्होंने जिला परिषद कार्यालय से एक औपचारिक पत्र निर्गत कराया और फिर से आगे थाना, सीडीपीओ कार्यालय ने बिना जांच पड़ताल किए पत्र निर्गत कर दिया.

इस तरह ये अवैध उगाही का खेल शुरू हो गया और अनुमान के अनुसार अब तक छतरपुर और नौडीहा के करीब पांच सौ से अधिक घरों से पचास पचास रुपए की वसूली कर ली गई. अगर इस मामले का भंडाफोड़ नहीं हुआ होता तो और एसडीओ ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया होता. तो ना जाने कितने लोग ठगी के शिकार हो जाते. फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्त से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं, अनुमंडल पदाधिकारी ने भी उपायुक्त को एक पत्र लिख मामले की जानकारी देते हुए जांच की बात कही है. मामले को एसडीओ ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है.

पलामूः जिले के छतरपुर अनुमंडल क्षेत्र के छतरपुर और नौडीहा प्रखंड में पिछले करीब एक महीने से जारी फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हो गया. ये फर्जीवाड़ा ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में घरशुमारी रसीद और आयुष्मान कार्ड बनाने के नाम पर चालीस से पचास रुपए की अवैध वसूली से संबंधित है. ये ठग इतने शातिर थे कि छतरपुर थाना के अधिकारी, सीडीपीओ, जिला परिषद अध्यक्ष सबको अपने झांसे में ले चुके थे. अवैध उगाही मामले का पता जब छतरपुर अनुमंडल पदाधिकारी नरेंद्र गुप्ता को लगा, तो उन्होंने मामले पर त्वरित संज्ञान लेते हुए इस कार्ड की असलियत को खंगाला और पाया कि इस तरह का कोई भी आदेश जिला प्रशासन या सरकार ने नहीं जारी किया है.

Fraud in the name of making household receipt and Ayushman card in Palamu
जारी निर्देश

फिर देखते ही देखते पूरे क्षेत्र में जारी इस फर्जीवाड़े की सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से आग की तरह फैल गई. इन सब बातों से अंजान ठग जब सुबह फिर अपने काम पर निकले और छतरपुर थाना क्षेत्र के गोपलापुर गांव पहुंचे तो इस फर्जीवाड़े के खबर से जागरूक ग्रामीणों ने दो लोगों को धर दबोचा जिनमें एक मौका पाते ही फरार हो गया.

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हैरानी की बात है कि दूसरे अधिकारियों की तरह उसने गांव के वार्ड पार्षद को झांसे में ले लिया था और पूरी रात उन्हीं के घर रुक खातिरदारी भी कराई. ठग के पकड़े जाने की सूचना ग्रामीणों ने छतरपुर पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस तत्काल गांव पहुंच कर उस फर्जी सर्वेयर को पकड़ कर थाने ले आई. पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान बिहार के जहानाबाद जिला निवासी श्रवण कुमार के रूप में बताई.

आगे जानकारी देते हुए आरोपी ने बताया कि छतरपुर और नौडीहा में वह कुल बारह लोग अपने गिरोह के सरदार बक्सर के राजपुर थाना निवासी सुमेश्वर चौधरी की ओर से इस काम पर लगाए गए हैं और इस कार्य के लिए उन सबको छह हजार महीने का मानदेय भी नियमित रूप से मिलता है. पकड़े गए व्यक्ति के अनुसार सुमेश्वर चौधरी का संपर्क जिला परिषद अध्यक्ष प्रभा देवी के पति मुनि व्यास से था, जिससे संपर्क साधकर उन्होंने जिला परिषद कार्यालय से एक औपचारिक पत्र निर्गत कराया और फिर से आगे थाना, सीडीपीओ कार्यालय ने बिना जांच पड़ताल किए पत्र निर्गत कर दिया.

इस तरह ये अवैध उगाही का खेल शुरू हो गया और अनुमान के अनुसार अब तक छतरपुर और नौडीहा के करीब पांच सौ से अधिक घरों से पचास पचास रुपए की वसूली कर ली गई. अगर इस मामले का भंडाफोड़ नहीं हुआ होता तो और एसडीओ ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया होता. तो ना जाने कितने लोग ठगी के शिकार हो जाते. फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्त से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं, अनुमंडल पदाधिकारी ने भी उपायुक्त को एक पत्र लिख मामले की जानकारी देते हुए जांच की बात कही है. मामले को एसडीओ ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है.

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