पलामूः संबलपुर से चलकर जम्मूतवी को जाने वाली जम्मूतवी एक्सप्रेस में करीब 32 मिनट तक डकैतों का आतंक रहा. डकैतों ने एस 9 बोगी में लातेहार रेलवे स्टेशन से ट्रेन खुलते ही लूटपाट शुरू कर दी. उसके बाद बरवाडीह में उतर कर फरार हो गए. करीब 32 मिनट तक एस 9 बोगी में डकैतों का आतंक रहा. इस दौरान करीब 50 से अधिक यात्रियों से लूटपाट हुई है. मामले में डालटनगंज रेल थाना की पुलिस ने यात्रियों का फर्द बयान लिया है. फर्द बयान के आधार पर बरकाकाना रेल थाना में एफआईआर दर्ज की गई है.
बरकाकाना रेल थाना में मामलाः रेल डीएसपी संजीव कुमार बेसरा ने बताया कि मामले में छानबीन की जा रही है. फिर बरकाकाना रेल थाना में मामला दर्ज किया गया. मामले में कई बिंदुओं पर निर्देश दिया जा रहा है. दरअसल शनिवार की रात जम्मूतवी एक्सप्रेस 11.22 में खुली थी और बरवाहीह रेलवे स्टेशन पर 11.54 में पहुंची. इस दौरान डकैती की घटना को अंजाम दिया गया.
डालटनगंज पहुंचने पर हुआ खुलासाः ट्रेन के ड्राइवर ने रेलवे अधिकारियों को बताया है कि लातेहार से ट्रेन खुली थी और सीधे बरवाहीह में रुकी. इस बीच कहीं भी चेन पुलिंग की घटना नहीं हुई. बरवाहीह में मात्र दो मिनट के लिए ट्रेन रुकी थी. इस दौरान बरवाहीह में किसी को जानकारी नहीं दी गई. बरवाडीह के बाद केचकी रेलवे स्टेशन पर सिग्नल हॉल्ट के लिए ट्रेन को रोका गया था. रात 12.37 बजे जम्मूतवी एक्सप्रेस डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर रुकी. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ और यात्रियों ने जमकर हंगामा किया. यात्रियों के हंगामे और इलाज को लेकर ट्रेन दो घंटे तक डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही. रात 3.38 मिनट पर डालटनगंज से ट्रेन जम्मूतवी के लिए रवाना हुई.
दूसरी बोगी में थी एस्कॉर्ट पार्टी, डकैतों ने की थी फायरिंगः घटना के बाद दूसरे स्लीपर बोगी में रेलवे की स्कॉर्ट पार्टी मौजूद थी. मिली जानकारी के अनुसार एक दर्जन के करीब डकैत ट्रेन में हथियार के साथ मौजूद थे. लूटपाट की जानकारी इस स्कॉर्ट को भी नहीं मिल पाई. घटना के बाद डकैतों ने बोगी की साभी लाइटों को बंद करवा दिया और दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की. उन्होंने कई यात्रियों के साथ मारपीट भी की. मारपीट में जख्मी यात्री का ट्रेन में ही इलाज किया गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पलामू के उप विकास आयुक्त रवि आनंद समेत जिला के कई टॉप अधिकारी मौके पर पहुंचे और यात्रियों के इलाज की व्यवस्था की. पलामू जिला प्रशासन की पहल पर यात्रियों का इलाज किया. जिसके बाद ट्रेन जम्मूतवी के लिए रवाना हुई.