पलामू: पाटन थाना क्षेत्र के मेराल में पुलिस पर हुए हमला मामले में 15 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. आइसा नेत्री दिव्या भगत और माले नेता पवन विश्वकर्मा के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है. सभी पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस पर हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
पलामू के पाटन थाना क्षेत्र के मेराल में सोमवार को एक नाबालिग की हत्या से जुड़े मामले में पुलिस लोगों के प्रतिरोध सभा को रोकने गई थी. इस दौरान पुलिस पर हमला हुआ था और पाटन थाना प्रभारी और अंचल अधिकारी को बंधक बना लिया था. इस दौरान नावाजयपुर थाना जख्मी हो गए थे. बड़े अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ग्रामीणों ने थाना प्रभारी और सीओ को मुक्त किया था. ग्रामीण पुलिस पर नाबालिग की हत्या मामले में कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगा रहे थे. कुछ नेताओं के सहयोग से सोमवार को मेराल में प्रतिरोध दिवस का आयोजन हुआ था. लॉकडाउन के कारण पुलिस इसे रोकने और बातचीत करने गई थी.
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नाबालिग के साथ दुष्कर्म की नहीं हुई पुष्टि
28 मार्च को पाटन थाना क्षेत्र के मेराल में एक कस्तूरबा की छात्रा का शव फांसी के फंदे से झूलता हुआ बरामद हुआ था. ग्रामीणों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म की आशंका जाहिर की थी, मगर मेडिकल जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई. मंगलवार को मामले में पुलिस ने एक बयान जारी किया है. बयान में कहा गया कि नाबालिग के साथ दुष्कर्म नहीं हुई है. पुलिस हत्या के मामले में तेजी से अनुसंधान कर रही और साक्ष्यों को जुटा रही है.