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पांच साल के दिव्यांग बेटे को छोड़कर फरार हुई मां, पिता ने झाड़ियों में फेंका, ऐसे बची बच्चे की जान

पलामू में एक मां अपने दिव्यांग बेटे को छोड़कर भाग गई, उसके बाद पिता भी बच्चे को झाड़ियों में फेंककर (Father threw Divyang son in bushes) फरार हो गया. पूरी रात झाड़ियों में पड़े रहने के बाद सुबह लोगों की नजर पड़ी तो पुलिस को इसकी सूचना दी गई. जिसके बाद बच्चे की जान बचाई गई.

Father threw Divyang son in bushes in Palamu
Father threw Divyang son in bushes in Palamu
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Published : Jul 21, 2022, 7:23 PM IST

पलामू: जिला से मानवता को शर्मसार करने वाली खबर (Palamu News) आई है. जहां पहले मां अपने 5 साल के दिव्यांग बेटे को छोड़कर भाग गई. उसके बाद पिता ने बेटे को झाड़ियों में फेंक दिया. दिव्यांग बच्चा पूरी रात झाड़ियों में पड़ा, बाद में स्थानीय लोगों ने बच्चे को झाड़ियों में देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद पुलिस और चाइल्डलाइन की मदद से बच्चे को बचाया गया.

इसे भी पढ़ें: गिरिडीह में रहस्यमय ढंग से बच्चा लापता, पता लगाने में पुलिस अब तक नाकाम

क्या है पूरा मामला: पूरी घटना पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र की है. बच्चा ना बोल सकता है और ना ही उसके दोनों हाथ और पैर काम करते हैं. दरअसल, लातेहार के मनका की रहने वाली सपना कुमारी और गढ़वा के भंडरिया के रहने वाले बीरेंद्र सिंह ने कुछ सालों पहले प्रेम विवाह किया था. सपना और बीरेंद्र का एक बेटा और एक बेटी है. बेटा पूरी तरह से दिव्यांग है. बुधवार को पति और पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था. पत्नी बेटी को लेकर घर छोड़कर भाग गई, जिसके बाद बीरेंद्र दिव्यांग बच्चे को झाड़ियों में फेंक कर फरार हो गया. दोनों चैनपुर में एक किराया का घर में रहते थे.

नाना के घर भेजा गया बच्चा: सीडब्ल्यूसी (CWC-Child Welfare Committee) और चाइल्ड लाइन (Child Line) की मदद से बच्चे को उसके नाना के घर में भेजा गया है. चैनपुर थाना की पुलिस और चाइल्ड लाइन ने बच्चे को रिकवर करवाकर उसक इलाज करवाया. उसके बाद लातेहार के मनका स्थित नाना देव सिंह के घर बच्चे को पहुंचाया गया. सीडब्ल्यूसी के धीरेंद्र किशोर और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि बच्चे को नाना ने रखने की सहमति जताई थी, जिसके बाद उसे नाना के घर पहुंचाया गया है.

पलामू: जिला से मानवता को शर्मसार करने वाली खबर (Palamu News) आई है. जहां पहले मां अपने 5 साल के दिव्यांग बेटे को छोड़कर भाग गई. उसके बाद पिता ने बेटे को झाड़ियों में फेंक दिया. दिव्यांग बच्चा पूरी रात झाड़ियों में पड़ा, बाद में स्थानीय लोगों ने बच्चे को झाड़ियों में देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी. जिसके बाद पुलिस और चाइल्डलाइन की मदद से बच्चे को बचाया गया.

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क्या है पूरा मामला: पूरी घटना पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र की है. बच्चा ना बोल सकता है और ना ही उसके दोनों हाथ और पैर काम करते हैं. दरअसल, लातेहार के मनका की रहने वाली सपना कुमारी और गढ़वा के भंडरिया के रहने वाले बीरेंद्र सिंह ने कुछ सालों पहले प्रेम विवाह किया था. सपना और बीरेंद्र का एक बेटा और एक बेटी है. बेटा पूरी तरह से दिव्यांग है. बुधवार को पति और पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था. पत्नी बेटी को लेकर घर छोड़कर भाग गई, जिसके बाद बीरेंद्र दिव्यांग बच्चे को झाड़ियों में फेंक कर फरार हो गया. दोनों चैनपुर में एक किराया का घर में रहते थे.

नाना के घर भेजा गया बच्चा: सीडब्ल्यूसी (CWC-Child Welfare Committee) और चाइल्ड लाइन (Child Line) की मदद से बच्चे को उसके नाना के घर में भेजा गया है. चैनपुर थाना की पुलिस और चाइल्ड लाइन ने बच्चे को रिकवर करवाकर उसक इलाज करवाया. उसके बाद लातेहार के मनका स्थित नाना देव सिंह के घर बच्चे को पहुंचाया गया. सीडब्ल्यूसी के धीरेंद्र किशोर और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश कुमार ने बताया कि बच्चे को नाना ने रखने की सहमति जताई थी, जिसके बाद उसे नाना के घर पहुंचाया गया है.

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