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Palamu News: सोन नदी से कटाव रोकने की जल्द होगी कवायद शुरू, करोड़ों की लागत से हुसैनाबाद प्रखंड इलाके में बनाए जाएंगे तटबंध

पलामू जिला प्रशासन कटावरोधी कार्य शीघ्र शुरू कराने जा रहा है. जिले में सोन नदी से हर साल कई इलाकों में कटाव होता है. इसको लेकर पहले चरण का काटावरोधी कार्य हुसैनाबाद में शुरू किया जाएगा. इसके बाद जिले के अन्य कटाव प्रभावित क्षेत्रों में तटबंध का निर्माण कराया जाएगा.

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Embankment Will Constructed In Palamu
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Published : Apr 12, 2023, 6:12 PM IST

पलामू: जिले की सोन नदी से होनेवाले कटाव को रोकने के लिए तटबंध बनाए जाएंगे. करोड़ों की लागत से तटबंध पलामू के हुसैनाबाद प्रखंड के इलाके में बनाए जाएंगे पलामू प्रशासन ने पहले चरण में हुसैनाबाद के दो इलाकों में तटबंध बनाने का निर्णय लिया है. हुसैनाबाद के देवरी और दंगवार में सोन के तटीय क्षेत्र में कटाव को रोकने के लिए तटबंध बनाया जाना है. इस संबंध में पलामू के उपविकास आयुक्त रवि आनंद ने बताया कि तटबंध बनाने की योजना तैयार की गई है. इसके लिए प्राक्कलन भी बना लिया गया है. बरसात से पहले तटबंध बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा.

ये भी पढे़ं-Palamu Issue in Lok Sabha: लोकसभा में उठा सोन नदी से कटाव का मामला, सांसद ने कहा- सैकड़ों एकड़ जमीन पर खतरा

पहले चरण में हुसैनाबाद में कटावरोधी कार्य होगा शुरूः पलामू के उपविकास आयुक्त रवि आनंद ने बताया कि शुरुआत में हुसैनाबाद के दो इलाकों में सोन नदी से होने वाले कटाव को रोकने के लिए काम शुरू किया जाएगा. बताते चलें कि सोन नदी मध्यप्रदेश से निकलती है और छत्तीसगढ़, यूपी होते हुए झारखंड के पलामू के हुसैनाबाद से होकर गुजरती है.

सैकड़ों एकड़ भूमि सोन में समाने का डरः सोन नदी से से हुसैनाबाद के देवरी खुर्द, दंगवार, बडेपुर, बुधवा और आसपास के इलाकों में जबरदस्त कटाव होता है. कटाव से कई गांव की जमीन सोन नदी में समा गई हैं. गांव के सैकड़ों एकड़ जमीन कटने का डर है. इलाके के लोग कटाव से बचाने के लिए कई स्तर पर गुहार लगा रहे हैं. देश में आधा दर्जन के करीब नदियां हैं. जिसमें एक सोन नदी भी शामिल हैं.

वर्ष 2008 में कटाव प्रभावित इलाकों का हुआ था सर्वेः पलामू देश के सूखा प्रभावित इलाका के रूप में जाना जाता है. यहां के किसान सिंचाई के लिए नदियों पर निर्भर हैं. पलामू से होकर गुजरने वाली सोन नदी प्रतिवर्ष कई एकड़ जमीन को खुद में समा लेती है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2008 में सोन से कटाव को लेकर एक सर्वे किया गया था. इस सर्वे के बाद इलाके में कई स्तर पर कटाव को रोकने के लिए पहल की गई. वर्ष 2008 में हुए निर्माण कार्यों के बाद सोन के कटाव को रोकने के लिए कोई पहल नहीं की गई है.

पलामू: जिले की सोन नदी से होनेवाले कटाव को रोकने के लिए तटबंध बनाए जाएंगे. करोड़ों की लागत से तटबंध पलामू के हुसैनाबाद प्रखंड के इलाके में बनाए जाएंगे पलामू प्रशासन ने पहले चरण में हुसैनाबाद के दो इलाकों में तटबंध बनाने का निर्णय लिया है. हुसैनाबाद के देवरी और दंगवार में सोन के तटीय क्षेत्र में कटाव को रोकने के लिए तटबंध बनाया जाना है. इस संबंध में पलामू के उपविकास आयुक्त रवि आनंद ने बताया कि तटबंध बनाने की योजना तैयार की गई है. इसके लिए प्राक्कलन भी बना लिया गया है. बरसात से पहले तटबंध बनाने का काम पूरा कर लिया जाएगा.

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पहले चरण में हुसैनाबाद में कटावरोधी कार्य होगा शुरूः पलामू के उपविकास आयुक्त रवि आनंद ने बताया कि शुरुआत में हुसैनाबाद के दो इलाकों में सोन नदी से होने वाले कटाव को रोकने के लिए काम शुरू किया जाएगा. बताते चलें कि सोन नदी मध्यप्रदेश से निकलती है और छत्तीसगढ़, यूपी होते हुए झारखंड के पलामू के हुसैनाबाद से होकर गुजरती है.

सैकड़ों एकड़ भूमि सोन में समाने का डरः सोन नदी से से हुसैनाबाद के देवरी खुर्द, दंगवार, बडेपुर, बुधवा और आसपास के इलाकों में जबरदस्त कटाव होता है. कटाव से कई गांव की जमीन सोन नदी में समा गई हैं. गांव के सैकड़ों एकड़ जमीन कटने का डर है. इलाके के लोग कटाव से बचाने के लिए कई स्तर पर गुहार लगा रहे हैं. देश में आधा दर्जन के करीब नदियां हैं. जिसमें एक सोन नदी भी शामिल हैं.

वर्ष 2008 में कटाव प्रभावित इलाकों का हुआ था सर्वेः पलामू देश के सूखा प्रभावित इलाका के रूप में जाना जाता है. यहां के किसान सिंचाई के लिए नदियों पर निर्भर हैं. पलामू से होकर गुजरने वाली सोन नदी प्रतिवर्ष कई एकड़ जमीन को खुद में समा लेती है. जानकारी के अनुसार वर्ष 2008 में सोन से कटाव को लेकर एक सर्वे किया गया था. इस सर्वे के बाद इलाके में कई स्तर पर कटाव को रोकने के लिए पहल की गई. वर्ष 2008 में हुए निर्माण कार्यों के बाद सोन के कटाव को रोकने के लिए कोई पहल नहीं की गई है.

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