पलामू : बेतला नेशनल पार्क की पालतू हथिनी इन दिनों बीमार चल रही है. बताया जा रहा है कि उसके दोनों पैर में घाव हो गए हैं. पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने हथनी के इलाज के लिए कर्नाटक के एक्सपर्ट डॉक्टर मनोहरन से संपर्क किया है. उनके द्वारा हथनी के स्वास्थय पर ऑनलाइन नजर रखी जा रही.
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पलामू टाइगर रिजर्व बेतला नेशनल पार्क में पार्यटकों का आकर्षक केंद्र है. जिसमें रहने वाली हथिनी जूही बीमार हो गई हैं. उसके दोनों पैरों में जख्म हैं. जिस वजह से उनके इलाज के लिए मनोहरन ऑनलाइन नजर रख रहे हैं और उनकी निगरानी में पशु चिकित्सक जूही का इलाज कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार हथिनी जूही करीब 60 वर्ष की है. जूही को पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क में एक दशक से भी ज्यादा समय हो गया है. कुछ वर्ष पहले वन्य जीव के हांथियों के व्यवसायिक इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. जिसके वजह से जूही को यहां रखा गया है.
पलामू टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने बताया कि कुछ दिन पहले जूही को जख्म हुआ था. फिर बारिश में भिंगने के कारण वो बीमार हो गई. जिसके वजह से उसका घाव और भी बढ़ गया. इलाज के लिए हमने कर्नाटक के एक्सपर्ट सर्जन और वेटरनरी डॉक्टर मनोहरण से संपर्क किया है. उनकी निगरानी में हथिनी का इलाज किया जा रहा है.
इधर क्षेत्रीय पशुपालन निदेशक डॉक्टर कुलदीप तिर्की, पलामू आयुक्त के सचिव विजय मतियस टोप्पो, पलामू जिला पशुपालन अधिकारी प्रभाकर सिन्हा, गढ़वा के पशुपालन पदाधिकारी विद्यासागर सिंह समेत अन्य एक्सपर्ट की निगरानी में हथनी के जख्म की सर्जरी की जा रही है. पलामू टाइगर रिजर्व इलाके में 180 से 190 हाथी मौजूद हैं.