पलामू: जिले के सतबरवा प्रखंड के लहेलहे पंचायत की हजारों की आबादी आज बिजली के लिए परेशान है. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर से महज 20 किलोमीटर दूरी पर मौजूद इस गांव को रांची के हटिया ग्रिड से बिजली मिलती है, जो हफ्ते में तीन से चार दिन खराब ही रहती है.
नेशनल पावर ग्रिड के लिए दान में दी गई थी 40 एकड़ जमीन
पलामू के लहलहे पंचायत के नेशनल पावर ग्रिड के लिए 40 एकड़ जमीन दी गई है. जमीन देने के बाद लहलहे के लोगों को उम्मीद थी कि उसे नियमित बिजली मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. गांव के विवेका त्रिपाठी बताते हैं कि उनके गांव से पलामू और गढ़वा जिला रोशन हो रहा है, लेकिन उनके गांव को बिजली नहीं मिल रही है. बिजली नहीं रहने से कई तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है. गांव के राजेंद्र चौधरी का कहना है कि बड़ी उम्मीद के साथ उन्होंने चार एकड़ जमीन दान में दिया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. नेशनल ग्रिड से बिजली का पहला हक पलामू का होना चाहिए.
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लगातार गायब रहती है बिजली
वहीं, ग्रामीण विश्वनाथ चौधरी का कहना है कि नेशनल ग्रिड के बनने के बाद बिजली की उम्मीद जगी थी, लेकिन निराशा हाथ लगी. लहलहे पंचायत को फिलहाल सतबरवा से बिजली मिलती है, जबकि सतबरवा रांची के हटिया से जुड़ा है. बिजली का लंबा नेटवर्क होने के कारण बिजली लगातर गायब रहती है. ईटीवी भारत की टीम ने ग्रामीणों की समस्या को लेकर पलामू जोन के जीएम के पास लगातार तीन दिनों तक गई, लेकिन वह कभी कार्यालय में नहीं मिले. उनके सरकारी नंबर पर भी कॉल कर पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन वह नंबर भी हमेशा बंद पाया गया.