पलामू: सामूहिक दुष्कर्म का आरोपी सचिन ठाकुर आत्मसमर्पण करने के लिए इलाके में पहुंचा था, लेकिन उसका शव संदिग्ध अवस्था में बरामद हुआ. सचिन ने अग्निवीर के लिए फिजिकल टेस्ट पास कर लिया था. लेकिन आरोप लगा कि उसने पलामू के हुसैनाबाद में एक नाबालिग के साथ दरिंदगी की हद पार कर दी. उस पर पांच लड़कों के साथ मिलकर गैंगरेप करने का आरोप लगा था.
सचिन पर गांव के ही पांच युवकों के साथ मिलकर एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगा था. छह आरोपियों में चार गिरफ्तार हो गए हैं, जबकि एक आरोपी सचिन ठाकुर का शव सोमवार को संदिग्ध अवस्था में बरामद हुआ है. वहीं एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है.
सचिन ठाकुर के शव का हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया है, पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया. हुसैनाबाद के थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है, परिजनों का लिखित आवेदन अभी तक पुलिस को नहीं मिला है. आवेदन मिलने के बाद पुलिस सभी बिंदुओं पर अनुसंधान करेगी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा. हुसैनाबाद का स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार सचिन ठाकुर भी आत्मसमर्पण के लिए इलाके में आया हुआ था सोमवार को 12 बजे के करीब तक उसकी परिजनों से बात हुई है, उसके बाद अचानक शव बरामद हुआ है.
आरोपियों में कोई अग्निवीर तो कोई डॉक्टर बनना चाहता था: सामूहिक दुष्कर्म के छह आरोपियों में तीन युवक ने ग्रेजुएशन किया है. जबकि तीन युवकों ने हाई स्कूल तक कि पढ़ाई की है. मृतक सचिन ठाकुर और एक अन्य आरोपी अग्निवीर बनना चाहते थे. जबकि एक आरोपी दिनेश ठाकुर ग्रामीण डॉक्टर बनना चाहता था.
क्या है मामला: 18 मई को पलामू हुसैनाबाद में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी. घटना के बाद ग्रामीणों ने एक आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. फिलहाल गांव का माहौल शांत है, सचिन ठाकुर का शव बरामद होने के बाद इलाके घटना की चर्चा है. हालांकि परिजनों ने सचिन ठाकुर के साथ साजिश होने की आशंका जाहिर की है.
वहीं, पीड़ित नाबालिग का इलाज MMCH में किया जा रहा है, जहां डॉक्टरों की स्पेशल टीम उसकी निगरानी कर रही है. डॉक्टरों का कहना है कि दुष्कर्म के दौरान आरोपियों ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी थी, पीड़िता के शरीर पर कई जगह गहरे जख्म के निशान हैं.