पलामू: खुदकुशी करने वाले सीआरपीएफ 112 बटालियन के जवान प्रांजल नाथ का शव पैतृक घर असम भेज दिया गया है. प्रांजल नाथ असम के तेजपुर थाना क्षेत्र के पीथखुआ का रहने वाला था. सोमवार अहले सुबह पलामू के चियांकी स्थित सीआरपीएफ 112 बटालियन के हेड क्वार्टर में संतरी ड्यूटी के दौरान उसने खुदकुशी कर ली थी. पूरे मामले में सीआरपीएफ 112 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट आशीष कुमार के आवेदन के आधार पर आत्महत्या का मामला दर्ज किया गया है.
बटालियन मुख्यालय में दी गई सलामीः मृतक जवान प्रांजल नाथ के शव का मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम के बाद बटालियन मुख्यालय में सलामी दी गई. सलामी के बाद मृतक जवान के शव को रांची भेजा गया है. रांची से सेवा विमान के माध्यम से शव को असम भेजा गया. दरसअल, प्रांजल नाथ आठ जुलाई को छुट्टी से वापस लौटा था और बटालियन मुख्यालय में ही तैनात था.
संतरी ड्यूटी में थे तैयात, आत्महत्या से पहले साथी जवान से की थी बातः प्रांजल नाथ सीआरपीएफ 112वीं बटालियन में रविवार को संतरी ड्यूटी पर तैनात किया गया था. सोमवार की अहले सुबह उसकी जगह दूसरे जवान की ड्यूटी थी. आत्महत्या करने से पहले प्रांजल नाथ ने उनकी जगह ड्यूटी ज्वॉइन करने वाले जवान से बातचीत की थी. उसके जाने के बाद प्रांजल ने खुदकुशी की थी. गोली चलने की आवाज सुनने के बाद बटालियन में तैनात अन्य जवान मौके पर पहुंचे थे और देखा था कि प्रांजल नाथ का शव संतरी चेक पोस्ट पर गिरा हुआ है. जवानों ने तत्काल इसकी जानकारी सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों को दी थी.
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बैठाई गईः सीआरपीएफ के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और शव को पोस्टमार्टम के लिए एमएमसीएच भिजवा दिया था. जानकारी के अनुसार पूरे घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बैठाई गई है. कोर्ट ऑफ इंक्वायरी डिप्टी कमांडेंट रैंक के अधिकारी कर रहे हैं. प्रांजल नाथ सीआरपीएफ 112 वीं बटालियन में पिछले कई वर्षों से तैनात था. बूढ़ापहाड़ में माओवादियों खिलाफ शुरू हुआ अभियान ऑक्टोपस का प्रांजल नाथ भी हिस्सा था.