पलामूः हाइवा चोर गिरोह का एक ऐसा नेटवर्क सक्रिय है जो चोरी करने के बाद इसके इंजन नंबर और चेचिस नंबर तक बदल डालता है और एक ही नंबर की कई गाड़ियों के कागजात तैयार कर दिए जाते हैं. इस चोर गिरोह का नेटवर्क ओड़िशा, झारखंड से लेकर उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ है.
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इस गिरोह का केंद्र धनबाद है, जहां हाइवा के इंजन नंबर, चेचिस नंबर के साथ साथ नंबर प्लेट तक बदल दिए जाते हैं. पलामू पुलिस की कार्रवाई में इस नेटवर्क का खुलासा हुआ है. कुछ दिन पहले पलामू के पिपरा से एक हाइवा चोरी हुआ था, पुलिस ने हाइवा को धनबाद के बरामद किया था. इस अनुसंधान के दौरान पुलिस को कई जानकारियां मिली जो काफी चौंकाने वाले हैं. धनबाद के इलाके में एक ऐसा नेटवर्क सक्रिय है जो चोरी की हाइवा के फर्जी कागजात तैयार करता है और ओड़िशा और यूपी के इलाके में बेच देता है.
एक ही नंबर का तीन हाइवाः ट्रक चोरी के मामले की जांच करने जब पलामू पुलिस धनबाद गयी थी तो पुलिस को पता चला कि जिस हाइवा के इंजन और चेचिस नंबर बदला गया है, उस नंबर की तीन हाइवा है. जिसमे में दो हाइवा चोरी की है. इसमें एक ट्रक ओड़िशा में है और दूसरा हाइवा यूपी में है. इस गिरोह से जुड़ा एक नाम भैरव राम के रूप में सामने आया है. भैरव राम की खोज में पलामू पुलिस जब उसके घर में पहुंची तो वो वर्षों से लापता है. भैरव राम एक दशक से भी अधिक समय से घर नहीं आया है परिवार वाले उसे लापता मानते हैं. इधर पुलिस की जांच में भैरव राम के नाम का आधार और पैन कार्ड मिला है. भैरव राम इस गिरोह के ओड़िशा के नेटवर्क का हिस्सा है.
क्या है कहती है पुलिसः पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा का कहना है कि इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई की योजना तैयार की गयी है. पुलिस को जांच के दौरान कई जानकारियां मिली हैं. गिरोह के पास इंजन और चेचिस नंबर बदलने वाली मशीन है. धनबाद के रहने वाले भैरव राम के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
सीमावर्ती इलाको में चोरों के निशाने पर हाइवाः झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में ये गिरोह काफी सक्रिय है, इन रूट से चलने वाली हाइवा इनके निशाने पर है. पलामू और बिहार से सटे सीमावर्ती इलाकों से हाइवा की चोरी की जा रही है. एक वर्ष के दौरान इन इलाकों में आधा दर्जन से अधिक हाइवा की चोरी हुई है. ये गिरोह चोरी के बाद ट्रकों को 5 से 7 लाख रुपये में ओड़िशा और यूपी के इलाकों में बेचते हैं.