पलामूः कुख्यात मूर्ति तस्कर दिलकश रौशन को पलामू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दिलकश की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी हुई भगवान लड्डू गोपाल की मूर्ति को बरामद कर लिया है. बताते चलें कि दिलकश रौशन एक इंटरस्टेट मूर्ति तस्कर है. जानकारी के अनुसार 12 सितंबर को पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र के प्राचीन शिव मंदिर से भगवान लड्डू गोपाल की अष्टधातु की मूर्ति और मुकुट की चोरी हुई थी. मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ दिनों पहले मुकुट को बरामद कर लिया था और एक तस्कर मोहम्मद सोहैल और कारोबारी उपेन्द्र कुमार को गिरफ्तार किया था. जबकि मामले में इंटरस्टेट तस्कर दिलकश रौशन फरार था, जिसे पुलिस ने दबोच लिया है.
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दिल्ली से हुई दिलकश की गिरफ्तारीः मूर्ति तस्कर दिलकश रौशन की तलाश के लिए पुलिस अभियान चला रही थी. इस क्रम में पलामू पुलिस को सूचना मिली थी कि दिलकश रौशन दिल्ली के गोविंदपुरी के इलाके में छुपा है. इस सूचना के आलोक में पलामू पुलिस की एक टीम दिल्ली गई थी, जहां दिल्ली पुलिस के सहयोग से मूर्ति तस्कर को गिरफ्तार किया गया था. दिलकश रौशन पलामू के रेहला थाना क्षेत्र के डंडिला कला का रहने वाला है. दिलकश का नेटवर्क झारखंड, बिहार, यूपी से लेकर दिल्ली तक फैला हुआ है.
गढ़वा डेंटल कॉलेज के गेट के पास गड्ढे में छुपायी थी मूर्तिः एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने बताया कि दिलकश रौशन ने मूर्ति चोरी करने के बाद बेचने का प्रयास किया था, लेकिन वह बेचने में असफल रहा था. बाद में उसने मूर्ति को गढ़वा के डेंटल कॉलेज परिसर में छुपा दिया था. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार दिलकश की निशानदेही डेंटल कॉलेज गेट के पास खुदाई करा कर मूर्ति बरामद कर ली गई है. उन्होंने बताया कि दिलकश एक पेशेवर तस्कर है, जो गढ़वा के इलाके में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. दिलकश की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है.
मूर्ति तस्कर गिरोह पुलिस के रडार परः मूर्ति तस्कर गिरोह से जुड़े हुए कई सदस्यों को पुलिस ने रडार पर लिया है. पूरे मामले में एसआईटी गठित की गई थी. जिसमें टाउन थाना प्रभारी अभय कुमार सिन्हा, एसआई अजीत कुमार मुंडा, टीओपी 1 के प्रभारी रेवा शंकर राणा समेत कई अधिकारी शामिल थे.