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Palamu News: शहीद अमित तिवारी का शव पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

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Published : Aug 16, 2023, 12:59 PM IST

Updated : Aug 16, 2023, 2:38 PM IST

शहीद अमित तिवारी पंचतत्व में विलीन हो गए. उककी अंतिम यात्रा में हर आंखें नम थीं. मुखाग्नि देने के दौरान पिता गौर से बेटे के निहार रहे थे. हर तरफ अमित अमर रहे और जिंदाबाद के नारे लग रहे थे.

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शहीद अमित तिवारी का शव पंचतत्व में विलीन
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पलामू: चाईबासा नक्सल घटना में शहीद हुए अमित तिवारी को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई. अंतिम यात्रा में अमित अमर रहे और जिंदाबाद के नारों से पूरा पलामू गूंज उठा. जवान के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव तोलरा स्थित कोयल नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

ये भी पढ़ें: मिलनसार और मृदुभाषी थे शहीद सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी, देर रात तक पहुंचेगा पार्थिव शरीर, कोयल तट पर होगा अंतिम संस्कार

अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब: इससे पहले अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ा और हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी. अमित तिवारी को पलामू रेंज के आईजी राजकुमार कुमार लकड़ा, सीआरपीएफ के डीआईजी पंकज कुमार, पलामू एसपी रिष्मा रमेशन, एएसपी ऋषभ गर्ग, एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने श्रद्धांजलि दी. पलामू पुलिस के जवानों ने शाहीद के सम्मान में दो राउंड फायरिंग भी की. पिता देवेंद्र कुमार तिवारी ने शाहिद अमित तिवारी को मुखाग्नि दी. इस दौरान पलामू सांसद विष्णु दयाल राम समेत कई दिग्गज हस्ती मौजूद थे.

फूट-फूटकर रोए दादा और पिता: अमित तिवारी की अंतिम यात्रा से पहले उनके दादा और पिता शव से लिपटकर फूट-फूट कर रोए. मुखाग्नि देने से पहले पिता काफी देर तक एक टक से शव को निहारते रहे. कुछ देर रोने के बाद मुखाग्नि दी. अमित तिवारी का शव जिस पथ से गुजर रहा था, उस इलाके की महिलाएं और पुरुषों की आंखें नम थीं. अमित तिवारी 2012 बैच के सब इंस्पेक्टर थे. अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में 2012 के बैच इंस्पेक्टर सब इंस्पेक्टर शामिल हुए. बैच के साथियों ने अमित तिवारी के शव को कंधा दिया.

छह दिन पहले बेटे का हुआ है जन्म: अमित तिवारी के पिता देवेंद्र तिवारी पेशे से किसान हैं. अमित तिवारी पढ़ने में तेज तर्रार थे और 2012 में झारखंड पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद पर भर्ती हुए थे. सब इंस्पेक्टर बनने के बाद अमित तिवारी खूंटी और पाकुड़ के कई थानों में प्रभारी रह चुके हैं. करीब आठ महीने पहले उनकी तैनाती जगुआर में हुई थी. सोमवार को नक्सल हमले में अमित तिवारी अपने एक साथी जवान के साथ शहीद हो गए. अमित तिवारी की पत्नी ने छह दिन पहले रांची में एक बेटे को जन्म दिया है. अमित तिवारी की दो बहने हैं, दोनों की शादी हो चुकी है. अमित तिवारी के चाचा निरंजन तिवारी चाईबासा में ही इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं.

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पलामू: चाईबासा नक्सल घटना में शहीद हुए अमित तिवारी को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई. अंतिम यात्रा में अमित अमर रहे और जिंदाबाद के नारों से पूरा पलामू गूंज उठा. जवान के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव तोलरा स्थित कोयल नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

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अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब: इससे पहले अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ा और हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी. अमित तिवारी को पलामू रेंज के आईजी राजकुमार कुमार लकड़ा, सीआरपीएफ के डीआईजी पंकज कुमार, पलामू एसपी रिष्मा रमेशन, एएसपी ऋषभ गर्ग, एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने श्रद्धांजलि दी. पलामू पुलिस के जवानों ने शाहीद के सम्मान में दो राउंड फायरिंग भी की. पिता देवेंद्र कुमार तिवारी ने शाहिद अमित तिवारी को मुखाग्नि दी. इस दौरान पलामू सांसद विष्णु दयाल राम समेत कई दिग्गज हस्ती मौजूद थे.

फूट-फूटकर रोए दादा और पिता: अमित तिवारी की अंतिम यात्रा से पहले उनके दादा और पिता शव से लिपटकर फूट-फूट कर रोए. मुखाग्नि देने से पहले पिता काफी देर तक एक टक से शव को निहारते रहे. कुछ देर रोने के बाद मुखाग्नि दी. अमित तिवारी का शव जिस पथ से गुजर रहा था, उस इलाके की महिलाएं और पुरुषों की आंखें नम थीं. अमित तिवारी 2012 बैच के सब इंस्पेक्टर थे. अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में 2012 के बैच इंस्पेक्टर सब इंस्पेक्टर शामिल हुए. बैच के साथियों ने अमित तिवारी के शव को कंधा दिया.

छह दिन पहले बेटे का हुआ है जन्म: अमित तिवारी के पिता देवेंद्र तिवारी पेशे से किसान हैं. अमित तिवारी पढ़ने में तेज तर्रार थे और 2012 में झारखंड पुलिस में सब इंस्पेक्टर पद पर भर्ती हुए थे. सब इंस्पेक्टर बनने के बाद अमित तिवारी खूंटी और पाकुड़ के कई थानों में प्रभारी रह चुके हैं. करीब आठ महीने पहले उनकी तैनाती जगुआर में हुई थी. सोमवार को नक्सल हमले में अमित तिवारी अपने एक साथी जवान के साथ शहीद हो गए. अमित तिवारी की पत्नी ने छह दिन पहले रांची में एक बेटे को जन्म दिया है. अमित तिवारी की दो बहने हैं, दोनों की शादी हो चुकी है. अमित तिवारी के चाचा निरंजन तिवारी चाईबासा में ही इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं.

Last Updated : Aug 16, 2023, 2:38 PM IST

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