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पलामू टाइगर रिजर्व में अंतिम चरण में बाघों की गिनती, जनवरी से अभी तक महज एक बाघ के होने का सबूत

पलामू पलामू टाइगर रिजर्व में ट्रैकिंग कैमरों से की जा रही बाघों की गिनती अंतिम चरण में है. इन कैमरों के फुटेज देहरादून के वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट (Wildlife Institute Dehradun) को भेजा जाएगा. पीटीआर में जनवरी से हो रही बांघों की गिनती में अभी तक एक बाघ के होने का सबूत मिला है.

Counting of tigers in PTR
Counting of tigers in PTR
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Published : Jun 9, 2022, 8:14 PM IST

पलामू: पीटीआर (Palamu Tiger Reserve) के इलाके में बाघों की गिनती अंतिम चरण में है. बाघों कि गिनती के लिए नेतरहाट और बारेसाढ़ के इलाके ने ट्रैकिंग कैमरा लगाया गया है. पलामू टाइगर रिजर्व 1129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. पीटीआर को प्रबंधन ने चार जोन में बांटा था, उसके बाद ट्रैकिंग कैमरों को लगाने का काम शुरू हुआ था. बाघों की गिनती के लिए यहां 450 से भी अधिक कैमरे लगाए गए हैं.

इसे भी पढ़ें: थर्ड लाइन से कैसे दो हिस्सों में बंट जाएगा पलामू टाइगर रिजर्व, जानिए मामला क्यों पहुंचा है पीएम के पास


देहरादून भेजा जाएगा ट्रैकिंग कैमरों का वीडियो: पीटीआर में बाघों की गिनती के लिए लगाए गए ट्रैकिंग कैमरों के फुटेज वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट देहरादून भेजा जाएगा. जहां एक एक वीडियो की जांच कर बाघों की गिनती की जाएगी. पीटीआर में जनवरी के पहले सप्ताह से बाघों की गिनती शुरू हुई है. इस दौरान ट्रैकिंग कैमरा के साथ-साथ अन्य माध्यमों से भी बाघों की गिनती की जा रही है. पलामू टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती के दौरान एक दर्जन से अधिक स्कैट को जांच के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट भेजा गया है.


अभी तक एक बाघ होने का मिला है सबूत: प्रत्येक चार वर्ष में पर बाघों की गिनती होती है. 2018 में बाघों की गिनती करने पर पलामू टाइगर रिजर्व में एक भी बाघ नहीं मिले थे. 2022 में बाघों की गिनती के दौरान अभी तक एक बाघ होने के सबूत मिले हैं. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (National Tiger Conservation Authority) की निगरानी में पलामू टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती हो रही है.

पलामू: पीटीआर (Palamu Tiger Reserve) के इलाके में बाघों की गिनती अंतिम चरण में है. बाघों कि गिनती के लिए नेतरहाट और बारेसाढ़ के इलाके ने ट्रैकिंग कैमरा लगाया गया है. पलामू टाइगर रिजर्व 1129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. पीटीआर को प्रबंधन ने चार जोन में बांटा था, उसके बाद ट्रैकिंग कैमरों को लगाने का काम शुरू हुआ था. बाघों की गिनती के लिए यहां 450 से भी अधिक कैमरे लगाए गए हैं.

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देहरादून भेजा जाएगा ट्रैकिंग कैमरों का वीडियो: पीटीआर में बाघों की गिनती के लिए लगाए गए ट्रैकिंग कैमरों के फुटेज वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट देहरादून भेजा जाएगा. जहां एक एक वीडियो की जांच कर बाघों की गिनती की जाएगी. पीटीआर में जनवरी के पहले सप्ताह से बाघों की गिनती शुरू हुई है. इस दौरान ट्रैकिंग कैमरा के साथ-साथ अन्य माध्यमों से भी बाघों की गिनती की जा रही है. पलामू टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती के दौरान एक दर्जन से अधिक स्कैट को जांच के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट भेजा गया है.


अभी तक एक बाघ होने का मिला है सबूत: प्रत्येक चार वर्ष में पर बाघों की गिनती होती है. 2018 में बाघों की गिनती करने पर पलामू टाइगर रिजर्व में एक भी बाघ नहीं मिले थे. 2022 में बाघों की गिनती के दौरान अभी तक एक बाघ होने के सबूत मिले हैं. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (National Tiger Conservation Authority) की निगरानी में पलामू टाइगर रिजर्व में बाघों की गिनती हो रही है.

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