पलामू: जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में भ्रष्टाचार हुआ है. इसके लिए निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को मोटी रकम दी है.
आयुष्मान भारत योजना
पलामू में लगभग 60 अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ा गया है और सारा खेल 20 अस्पतालों को सूचीबद्ध करने को लेकर हुआ है. पलामू डीसी डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि ने मामले में प्रशिक्षु आईएएस से जांच करवाई थी. जांच में पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जांच के दौरान पाया गया कि अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. इस दौरान कई तरह की गड़बड़ियां पकड़ी गई थी, जिसके बाद निगरानी जांच की अनुशंसा की गई है.
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जांच के बिना किया गया सूचिबद्ध
पलामू में आयुष्मान भारत योजना के तहत 42 अस्पतालों से घूस लेकर सूचिबद्ध किया गया था. आईएएस के जांच के दौरान कई अस्पताल संचालकों ने लिखित प्रमाण दिया है कि सूचिबद्ध होने के लिए उन्होंने घूस दिया है. अस्पतालों को जांच के बिना सूचिबद्ध कर लिया गया था. जांच में पाया गया कि मरीजों के हितों की अनदेखी करते हुए सभी को सूचीबद्ध किया गया है. आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचिबद्ध होने के लिए ऑनलाइन आवेदन देना पड़ता है और सिविल सर्जन, डीपीएम, डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर की समिति सरकार द्वारा तय मापदंडों के तहत सूचीबद्ध की जाती है.