ETV Bharat / state

पलामू: अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में भ्रष्टाचार, डीसी ने की निगरानी जांच की अनुशंसा - corruption in listing of hospitals in Palamu

पलामू में लगभग 60 अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ा गया है, इस मामले में जब प्रशिक्षु आईएएस से जांच करवाई गई तो मालूम चला कि इसको सूचीबद्ध करने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. इसके लिए निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को मोटी रकम दी है.

अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में हुआ भ्रष्टाचार
author img

By

Published : Sep 4, 2019, 5:58 PM IST

पलामू: जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में भ्रष्टाचार हुआ है. इसके लिए निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को मोटी रकम दी है.

देखें पूरी खबर

आयुष्मान भारत योजना

पलामू में लगभग 60 अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ा गया है और सारा खेल 20 अस्पतालों को सूचीबद्ध करने को लेकर हुआ है. पलामू डीसी डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि ने मामले में प्रशिक्षु आईएएस से जांच करवाई थी. जांच में पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जांच के दौरान पाया गया कि अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. इस दौरान कई तरह की गड़बड़ियां पकड़ी गई थी, जिसके बाद निगरानी जांच की अनुशंसा की गई है.

ये भी पढ़ें-बीजेपी का दावा पीएम के हर दौरे से मिलता है राज्य को गिफ्ट, 12 सितंबर को भी होगा ऐसा ही कुछ

जांच के बिना किया गया सूचिबद्ध
पलामू में आयुष्मान भारत योजना के तहत 42 अस्पतालों से घूस लेकर सूचिबद्ध किया गया था. आईएएस के जांच के दौरान कई अस्पताल संचालकों ने लिखित प्रमाण दिया है कि सूचिबद्ध होने के लिए उन्होंने घूस दिया है. अस्पतालों को जांच के बिना सूचिबद्ध कर लिया गया था. जांच में पाया गया कि मरीजों के हितों की अनदेखी करते हुए सभी को सूचीबद्ध किया गया है. आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचिबद्ध होने के लिए ऑनलाइन आवेदन देना पड़ता है और सिविल सर्जन, डीपीएम, डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर की समिति सरकार द्वारा तय मापदंडों के तहत सूचीबद्ध की जाती है.

पलामू: जिले में आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में भ्रष्टाचार हुआ है. इसके लिए निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को मोटी रकम दी है.

देखें पूरी खबर

आयुष्मान भारत योजना

पलामू में लगभग 60 अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ा गया है और सारा खेल 20 अस्पतालों को सूचीबद्ध करने को लेकर हुआ है. पलामू डीसी डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि ने मामले में प्रशिक्षु आईएएस से जांच करवाई थी. जांच में पूरे मामले का खुलासा हुआ है. जांच के दौरान पाया गया कि अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है. इस दौरान कई तरह की गड़बड़ियां पकड़ी गई थी, जिसके बाद निगरानी जांच की अनुशंसा की गई है.

ये भी पढ़ें-बीजेपी का दावा पीएम के हर दौरे से मिलता है राज्य को गिफ्ट, 12 सितंबर को भी होगा ऐसा ही कुछ

जांच के बिना किया गया सूचिबद्ध
पलामू में आयुष्मान भारत योजना के तहत 42 अस्पतालों से घूस लेकर सूचिबद्ध किया गया था. आईएएस के जांच के दौरान कई अस्पताल संचालकों ने लिखित प्रमाण दिया है कि सूचिबद्ध होने के लिए उन्होंने घूस दिया है. अस्पतालों को जांच के बिना सूचिबद्ध कर लिया गया था. जांच में पाया गया कि मरीजों के हितों की अनदेखी करते हुए सभी को सूचीबद्ध किया गया है. आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचिबद्ध होने के लिए ऑनलाइन आवेदन देना पड़ता है और सिविल सर्जन, डीपीएम, डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर की समिति सरकार द्वारा तय मापदंडों के तहत सूचीबद्ध की जाती है.

Intro:पलामू में आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में हुआ भ्रष्टाचार, डीसी ने निगरानी जांच की किया अनुशंसा

नीरज कुमार । पलामू

पलामू में आयुष्मान भारत के योजना के तहत अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में भ्रष्टाचार हुआ है। सूचिबद्ध होने के लिए निजी अस्पतालों ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को मोटी रकम दी है। पलामू में लगभग 60 अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना के तहत जोड़ा गया है सारा खेल 20 अस्पतालों को सूचीबद्ध करने को लेकर हुआ है। पलामू डीसी डॉ शान्तनु कुमार अग्रहरि ने मामले में प्रशिक्षु आईएएस से जांच करवाई थी। जांच में पूरे मामले का खुलासा हुआ। जांच में पाया गया कि अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। पलामू डीसी डॉ शान्तनु कुमार अग्रहरि ने बताया कि जांच में कई तरह की गड़बड़ी पकड़ी गई थी जिसके बाद निगरानी जांच की अनुशंसा की गई है।




Body:घुस ले कर 42 अस्पतालों को किया गया सूचीबद्ध

पलामू में आयुष्मान भारत योजना के तहत 42 अस्पतालों से घुस ले कर सूचिबद्ध किया गया था। आईएएस के जांच के दौरान कई अस्पताल संचालकों ने लिखित दिया है कि सूचिबद्ध होने के लिए उन्होंने घुस दिया है। अस्पतालों के जांच के बिना सूचिबद्ध कर लिया गया था। जांच में पाया गया कि मरीजो के हितों की अनदेखी करते हुए सभी को सूचीबद्ध किया गया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचिबद्ध होने के लिए ऑनलाइन आवेदन देना पड़ता है। सिविल सर्जन, डीपीएम, डिस्ट्रिक्ट को कॉर्डिनेटर की समिति सरकार द्वारा तय मापदंडों के तहत सूचीबद्ध करती है।


Conclusion:पलामू में आयुष्मान भारत योजना के तहत अस्पतालों को सूचीबद्ध करने में हुआ भ्रष्टाचार, डीसी ने निगरानी जांच की किया अनुशंसा
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.