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पलामू: हैदरनगर नवरात्र में लगने वाले 'भूत मेले' के बदले-बदले से नजारे, कोरोना वायरस का दिखा असर

पलामू जिले के हैदरनगर में नवरात्र के दौरान एक भूत मेला लगाया जाता है. लेकिन कोरोना महामारी का कारण इस बार भूत मेले के हाल कुछ बदले-बदले नजार आ रहे है.

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हैदरनगर नवरात्र का भूत मेला
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Published : Oct 24, 2020, 5:35 AM IST

पलामू: झारखंड की राजधानी रांची से करीब 260 किलोमीटर दूर हैदरनगर नवरात्र के दौरान खास हो जाता है. हैदरनगर देवी धाम में शारदीय और चैत नवरात्र के कई राज्यों से लोग पंहुचते हैं. देवी धाम में पूजा करने के दौरान मेले का माहौल होता है. जिसे भूत मेला के नाम से जाना जाता है. इस बार इस भूत मेले के बदले-बदले से नजारे देखने को मिल रहे हैं. कोविड 19 काल में यहां पहुंचने वाले भक्तों की संख्या बेहद कम हो गई है. नवरात्र को लेकर गाइडलाइन जारी किए गए हैं.

देखें स्पेशल खबर

क्या है हैदरनगर देवी धाम की मान्यता

हैदरनगर देवी धाम परिसर में नवरात्र करीब 100 वर्षो से मेला लगता है. ऐसी मान्यता है कि यंहा भूत बाधा से छुटकारा मिलता है. हालांकि आधुनिक युग में इन सब पर विश्वास करना मुश्किल है, लेकिन नवरात्र के दौरान यहां के नजारे कुछ और होते हैं. हालांकि कोरोना काल में इस बार भीड़ कम है, लेकिन फिर भी कुछ लोग पहुंच रहे हैं. आम तौर पर यहां इतनी भीड़ होती है कि करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में सैकड़ों तंबू लगा कर लोग रहते हैं. पूरे नवरात्र अनुष्ठान करते हैं. देवी धाम प्रबंधन के सचिव रामाश्रय सिंह बताते हैं कि कोरोना काल के कारण इतिहास में दो बार मेले का आयोजन नहीं हुआ.

आपसी सौहार्द के लिए प्रसिद्ध है यह जगह

हैदरनगर देवी धाम आपसी सौहार्द के लिए भी प्रसिद्ध है. धाम परिसर में ही मजार मौजूद है. भक्त जब मंदिर में पूजा करने जाते हैं तो वह मजार में भी इबादत करते हैं. कहा जाता है कि जब धाम का जब निर्माण हो रहा था, उसी वक्त मजार भी बनाया गया था. हैदरनगर देवी धाम को पर्यटन के केंद्र के रूप में भी विकसित करने की योजना चल रही है. पलामू जिला प्रशासन एक योजना बना कर इस पर काम कर रहा है.

इसे भी पढ़ें-जमशेदपुर: दक्षिण भारतीयों का वमलाकोलुयु पूजा, 9 दिनों तक करते हैं मां की आराधना

कोरोना काल मे आशीर्वाद के लिए पहुंच रहे लोग
हैदरनगर देवी धाम को लेकर भक्तों की आस्था इतनी है कि वह कोरोना काल में भी आशीर्वाद के लिए पहुंच रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी मनोकामना पूरी हुई है, इस लिए वे देवी का आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं. गढ़वा के दुखनी देवी बताती है देवी मां ने उनके दुख को दूर किया है.

मां भगवती के दो रूप है मौजूद
हैदरनगर देवी धाम के महंत त्यागी जी महाराज बताते हैं कि यहां मां भगवती के दो रूप मौजूद हैं. यहां दिव्य शक्ति है, सैकड़ों किलोमीटर दूर से भी ध्यान लगाने पर भक्तों की मनोकामना पूरी होती है.

पलामू: झारखंड की राजधानी रांची से करीब 260 किलोमीटर दूर हैदरनगर नवरात्र के दौरान खास हो जाता है. हैदरनगर देवी धाम में शारदीय और चैत नवरात्र के कई राज्यों से लोग पंहुचते हैं. देवी धाम में पूजा करने के दौरान मेले का माहौल होता है. जिसे भूत मेला के नाम से जाना जाता है. इस बार इस भूत मेले के बदले-बदले से नजारे देखने को मिल रहे हैं. कोविड 19 काल में यहां पहुंचने वाले भक्तों की संख्या बेहद कम हो गई है. नवरात्र को लेकर गाइडलाइन जारी किए गए हैं.

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क्या है हैदरनगर देवी धाम की मान्यता

हैदरनगर देवी धाम परिसर में नवरात्र करीब 100 वर्षो से मेला लगता है. ऐसी मान्यता है कि यंहा भूत बाधा से छुटकारा मिलता है. हालांकि आधुनिक युग में इन सब पर विश्वास करना मुश्किल है, लेकिन नवरात्र के दौरान यहां के नजारे कुछ और होते हैं. हालांकि कोरोना काल में इस बार भीड़ कम है, लेकिन फिर भी कुछ लोग पहुंच रहे हैं. आम तौर पर यहां इतनी भीड़ होती है कि करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में सैकड़ों तंबू लगा कर लोग रहते हैं. पूरे नवरात्र अनुष्ठान करते हैं. देवी धाम प्रबंधन के सचिव रामाश्रय सिंह बताते हैं कि कोरोना काल के कारण इतिहास में दो बार मेले का आयोजन नहीं हुआ.

आपसी सौहार्द के लिए प्रसिद्ध है यह जगह

हैदरनगर देवी धाम आपसी सौहार्द के लिए भी प्रसिद्ध है. धाम परिसर में ही मजार मौजूद है. भक्त जब मंदिर में पूजा करने जाते हैं तो वह मजार में भी इबादत करते हैं. कहा जाता है कि जब धाम का जब निर्माण हो रहा था, उसी वक्त मजार भी बनाया गया था. हैदरनगर देवी धाम को पर्यटन के केंद्र के रूप में भी विकसित करने की योजना चल रही है. पलामू जिला प्रशासन एक योजना बना कर इस पर काम कर रहा है.

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कोरोना काल मे आशीर्वाद के लिए पहुंच रहे लोग
हैदरनगर देवी धाम को लेकर भक्तों की आस्था इतनी है कि वह कोरोना काल में भी आशीर्वाद के लिए पहुंच रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी मनोकामना पूरी हुई है, इस लिए वे देवी का आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं. गढ़वा के दुखनी देवी बताती है देवी मां ने उनके दुख को दूर किया है.

मां भगवती के दो रूप है मौजूद
हैदरनगर देवी धाम के महंत त्यागी जी महाराज बताते हैं कि यहां मां भगवती के दो रूप मौजूद हैं. यहां दिव्य शक्ति है, सैकड़ों किलोमीटर दूर से भी ध्यान लगाने पर भक्तों की मनोकामना पूरी होती है.

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