पलामू: पीटीआर के इलाके में तीन बाघ मौजूद है. इसकी पुष्टि बाघों की गिनती के दौरान हुआ है. 2022 में देश के सभी टाइगर रिजर्व के इलाके में बाघों का सेन्सस (गिनती) किया गया था. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को कर्नाटक के मैसूर में आयोजित कार्यक्रम में बाघों के सेन्सस की रिपोर्ट जारी करेंगे. झारखंड के पीसीसीएफ सह वाइल्ड लाइफ हॉफ और पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मैसूर गए हैं.
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पलामू टाइगर रिजर्व में 2022 में बाघों की गिनती हुई थी, इस दौरान बाघों के पग मार्क, स्कैट और वीडियो फूटेज के सैम्पल लिए गए थे. पग मार्क और स्कैट के सैम्पल को जांच के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टिट्यूट देहरादून को भेजा गया था. वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के आधार पर पीटीआर के इलाके में तीन बाघ होने की पुष्टि हुई है. पीटीआर के इलाके में दिसंबर 2021 से जुलाई 2022 तक बाघों की गिनती की गई थी और इसी दौरान इसके सैम्पल लिए गए थे. सैम्पल की जांच में पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में तीन बाघों के होने की पुष्टि हुई है.
बाघों की संख्या से संबंधित आधिकारिक आंकड़ा रविवार को नेशनल टाइगर कंजर्वेशन ऑथोरिटी और वाइल्ड लाइफ ऑफ इंडिया जारी करेगा. मौके पर देश के सभी टाइगर रिजर्व के अधिकारी मौजूद रहेंगे. पलामू टाइगर रिजर्व एक अधिकारी ने बताया कि वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ने इलाके में तीन बाघों के होने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में पीटीआर के इलाके में पंहुचे बाघ को आकंड़ों में शामिल नहीं किया गया है. यह बाघ सेन्सस के बाद इलाके में आया हुआ है.
2018 में पलामू टाइगर में बाघों की गिनती संबंधी आंकड़ा जारी किया गया था, उस दौरान जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि पीटीआर के इलाके में एक भी बाघ मौजूद नहीं है. जनवरी 2021 में पीटीआर के इलाके में एक मृत बाघिन मिली थी. 2022 में जून-जुलाई में एक बाघ वन कर्मियों को नजर आया था. उसके बाद मार्च के दूसरे पखवाड़े में बाघ पीटीआर के इलाके में नजर आया था. पलामू टाइगर रिजर्व 1129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है.