पलामूः जिले के भूअर्जन कार्यालय में 13 करोड़ रुपए के गबन के मामले की जांच सीआईडी ने शुरू कर दिया है. मामले में पुलिस मुख्यालय और सीआईडी के तरफ से पलामू पुलिस को एक पत्र मिला है. पलामू पुलिस ने मामले की जांच सीबीआई से करने का आग्रह किया था.
पुलिस मुख्यालय के आदेश पर सीआईडी मामले की जांच कर रहा है. पलामू पुलिस जल्द ही गबन से जुड़े हुए फ़ाइल और अनुसंधान को सीबीआई को देगी. पलामू एसपी अजय लिंडा ने सीआईडी जांच की पुष्टि की है.
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क्लोन चेक से हुआ था 13 करोड़ का गबन
पलामू विशेष भूअर्जन कार्यालय में उतर कोयल नहर परियोजना से संबंधित खाता से 2018 में क्लोन चेक के माध्यम से 12.60 करोड़ रुपये की निकासी हुई थी. मामले में 2019 के अंतिम महीनों ने टाउन थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मामले में पुलिस भूअर्जन कार्यालय के नाजिर रामाशंकर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था. पलामू डीसी की अनुशंसा पर तत्कालीन भूअर्जन पदाधिकारी बंका राम निलंबित किया गया था. जून 2018 में विशेष भूअर्जन कार्यालय के एसबीआई खाता से शीतल कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी को 4.20 करोड़ जबकि चंदूलाल पटेल के खाते में 8.40 करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए थे. पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी कि खाते में रुपयों का ट्रांसफर ऑनलाइन नही हो पा रहा था, बाद में कॉल कर मैनुअल रुपयों को ट्रांसफर किया गया है.
भूअर्जन कार्यालय के खाता के बैंक स्टेटमेंट में रुपयों के ट्रांसफर का जिक्र है. बैंक स्टेटमेंट में करोड़ों रुपयों के ट्रांसफर के मामले में चेक नंबर नहीं है. जून 2018 में करोड़ो रूपये ट्रांसफर हुए, जबकि बंका राम का सितंबर महीने में जिला से बाहर तबादला हो गया. तबादले के बाद बंका राम ने वरीय अधिकारियों को इसकी लिखित जानकारी दी थी. मामले में पुलिस को गबन से जुड़े सभी के नाम और पते मिल गए है जिस पर अब सीआईडी आगे की कार्रवाई करेगा.