पलामूः जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र में दो नाबालिगों की शादी रुकवायी गई. दरअसल, नाबालिग लड़की पढ़ाई करना चाहती थी, लेकिन उसके परिजन उसकी शादी करना चाहते थे. वहीं नाबालिग लड़की की जिस लड़के से शादी होने वाली थी वह भी नाबालिग है. नाबालिग लड़का भी पढ़ाई करना चाहता है. इस मामले में नाबालिग ने किसी तरह चाइल्ड लाइन से संपर्क किया. जानकारी मिलते ही चाइल्ड लाइन, सीडब्ल्यूसी और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नाबालिग लड़की और लड़का को रेस्क्यू कर लिया है. नाबालिग लड़की को रेस्क्यू करने के बाद बालिका गृह में रखा गया है, जबकि नाबालिग लड़के को घर भेज दिया गया है.
परिजन 15 वर्षीय किशोरी का करा रहे थे विवाहः दरअसल, चाइल्ड लाइन को सूचना मिली थी कि चैनपुर के इलाके में एक 15 वर्षीय नाबालिग की शादी होने वाली है. यह शादी सोमवार को होने वाली थी. सूचना मिलने के बाद चाइल्ड लाइन, सीडब्ल्यूसी और पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी की और दोनों नाबालिगों को रेस्क्यू कर लिया.
सीडब्ल्यूसी ने लड़की की काउंसिलिंग की, परिजनों को किया नोटिसः नाबालिग लड़की की बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने काउंसिलिंग की और परिजनों को भी नोटिस जारी किया है. सीडब्ल्यूसी के सदस्य धीरेंद्र किशोर ने बताया कि नाबालिग की शादी होने वाली थी. जानकारी मिलने के बाद उसे रेस्क्यू किया गया है. नाबालिग लड़की मैट्रिक के बाद के बाद की पढ़ाई कर रही है. फिलहाल उसे बालिका गृह में रखा गया है.
पलामू में बाल विवाह के आंकड़े चिंता का कारणः वहीं इस संबंध में चैनपुर थाना प्रभारी रूपेश कुमार ने बताया कि सीडब्ल्यूसी की टीम चैनपुर थाना पहुंची थी. पुलिस ने टीम को कार्रवाई में पूरा सहयोग किया है. बताते चलें कि वर्ष 2023 में पलामू में अब तक एक दर्जन से अधिक बाल विवाह रुकवाया गया है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़ों के अनुसार पलामू में होने वाली शादियों में 34 प्रतिशत से अधिक शादियां बाल विवाह होती हैं.