पलामू: झारखंड के चर्चित बकोरिया मुठभेड़ की जांच करने सीबीआई की टीम पलामू पहुंची है. टीम का नेतृत्व सीबीआई के एएसपी रैंक के अधिकारी कर रहे हैं. जांच टीम में करीब आधा दर्जन अधिकारी शामिल हैं. सोमवार को सीबीआई की टीम ने घटनास्थल और संबंधित थाना का जायजा लिया.
सतबरवा थाना में ही मुठभेड़ के दौरान जब्त स्कॉर्पियो को रखा गया है. बकोरिया कांड की जांच सीबीआई कर रही है. 9 जून 2015 को पलामू जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र के भलवही घाटी में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच कथित मुठभेड़ हई थी. जिसमें 12 माओवादी मारे गए थे. मारे गए माओवादियों में कुख्यात माओवादी कमांडर अनुराग उर्फ डॉक्टर भी शामिल था. इस मुठभेड़ में 4 नाबालिग, एक पारा शिक्षक के साथ-साथ नक्सली अनुराग का बेटा और भतीजा भी मारा गया था.
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बकोरिया मुठभेड़ में मारे गए पारा शिक्षक के पिता मामले को लेकर हाई कोर्ट पंहुचे थे. जहां हाई कोर्ट के आदेश के बाद 19 नवंबर 2018 को दिल्ली में बकोरिया मुठभेड़ मामले में सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की थी. जिसके बाद बकोरिया मुठभेड़ केस नंबर RC SI 2018 S 2018 की जांच शुरू की गई है. कुछ दिन पहले ही बकोरिया मुठभेड़ में लिखित बयान के साथ प्राथमिकी दर्ज करने वाले दारोगा मोहम्मद रुस्तम सीबीआई के सरकारी गवाह बन गए हैं. मोहम्मद रुस्तम के बयान पर ही प्राथमिकी दर्ज हुई थी. बकोरिया मुठभेड़ की जांच कर रही सीबीआई की टीम झारखंड पुलिस के वरीय अधिकारियों के साथ भी पूछताछ करेगी.