पलामू: अब एक एसएमएस और पीडीएस लाभुकों को राशन के संबंध में पूरी जानकारी मिलेगी. खाद्य आपूर्ति विभाग ने इसको लेकर पहल की है. पीडीएस लाभुकों के राशन कार्ड को मोबाइल से जोड़ा जा रहा है (Ration Card Linked With Mobile and Aadhaar). पलामू में फिलहाल 4.5 लाख परिवार खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पीडीएस का लाभ ले रहे है, जिसमें से मात्र 1.5 लाख परिवारों का राशन कार्ड मोबाइल नंबर से जुड़ा हुआ है.
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मोबाइल और आधार से जोड़ने का अभियान: पलामू जिला प्रशासन में पहल करते हुए सभी राशन कार्ड को मोबाइल और आधार से जोड़ने के लिए अभियान शुरू किया गया (Campaign Started to Ration Card Linked With Mobile) है. जिला प्रशासन लक्ष्य है कि सभी राशन कार्ड को मोबाइल सिस्टम से जोड़ा जाए, ताकि एक एसएमएस से सारी जानकारी लाभुकों तक पहुंच जाए. पलामू जिला खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी शब्बीर अहमद ने बताया कि राशन कार्ड मोबाइल से जुड़ जाने के बाद लाभुकों को कई फायदे होंगे. गोदाम से अनाज का उठाव होते ही लाभुकों को पता चल जाएगा कि उनके डीलर के पास अनाज आज पहुंच गया है. अनाज लेने के बाद एसएमएस के माध्यम से लाभुकों को पता चलेगा कि उन्हें कितना अनाज मिला है.
आधार से जोड़ा जा रहा राशन कार्ड: राशन कार्ड और उसके लाभुकों को आधार कार्ड से जोड़ा जा रहा है ताकि फर्जी राशन कार्ड धारी और लाभुकों की पहचान हो सके. पलामू में 92 प्रतिशत लोगों ने अब तक राशन कार्ड से आधार को लिंक करवा लिया है. जबकि 8 प्रतिशत लोगों ने अभी तक राशन कार्ड से आधार को लिंक नहीं करवाया है. जिला आपूर्ति पदाधिकारी का कहना है कि राशन कार्ड और लाभुकों का आधार सीडिंग होने के बाद फर्जी लाभुकों की पहचान हो सकेगी. पलामू में करीब 50 हजार लोग राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए प्रतीक्षा में है. आधार से राशन कार्ड जुड़ जाने के बाद फर्जी लाभुकों की पहचान होगी.
2G नेटवर्क राशन वितरण में बनी बाधक: ग्रामीण इलाकों में टूजी नेटवर्क राशन वितरण में बड़ी समस्या बन गई है. पीडीएस डीलरों को ई-पास सिस्टम दिया गया जो 2G नेटवर्क पर काम करता है. कई इलाकों में 2G नेटवर्क सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया है. जिस कारण लाभुकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिला प्रशासन ने ऐसे इलाकों को चिन्हित करते हुए 75 डोंगल उपलब्ध करवाए हैं ताकि लाभुकों को आसानी से राशन दिया जा सके.