पलामू: जिले में बीजेपी एससी मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक दो दिनों तक चली इसके बाद उसका रविवार को समापन हो गया. कार्यसमिति की बैठक के अंतिम दिन राज्य के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने भी भाग लिया. दो दिनों के बैठक में रविवार की शाम कई प्रस्ताव पारित किए गए. इस कार्यसमिति में बीजेपी का फोकस झारखंड में अनुसूचित जाति के वोटरों को एकजुट करने और उनके बीच केंद्र सरकार की योजनाओं को लेकर जाने के लिए कार्यकर्ताओं ने जोश भरा गया. झारखंड में 14 प्रतिशत वोटर अनुसूचित जाति के हैं जिनकी आबादी करीब 50 लाख है.
कार्यसमिति को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 2024 का चुनाव के लिए कार्यकर्ता एकजुट रहें. मिशन 2024 लोकसभा और विधानसभा की शुरुआत हो गई है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बीजेपी एक सशक्त संगठन है इसके सभी मोर्चा मजबूत है और कार्यकर्ता आम लोगों तक केंद्र सरकार की योजनाओं को पहुंचाने का काम कर रहे हैं. एक के कार्यकर्ता पार्टी के अंदर अपने विचारों को रखने के लिए स्वतंत्र है.
प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में एक दर्जन से अधिक प्रस्ताव पारित किए गए. इस दौरान अनुसूचित जाति के वोटरों तक पहुंचने के लिए एक रूपरेखा को तय किया गया और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई. बीजेपी के अनुसूचित जाति नेताओं को अपने प्रभाव वाले इलाकों में काम करने को कहा गया है, ताकि एससी वोटरों को एकजुट किया जा सके. राज्य में अनुसूचित जाति के हालात को लेकर आंदोलन करने का भी निर्णय लिया गया. इस दौरान धर्मांतरण जमीन पर कब्जा को लेकर भी प्रस्ताव पारित किए गए.
कार्यसमिति समिति की बैठक में सांसद विष्णु दयाल राम, विधायक आलोक चौरसिया, किशुन दास, पुष्पा देवी समेत कई नेताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए हैं. बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के नेताओं का दो दिनों तक पलामू में जमावड़ा रहा. कार्यसमिति की बैठक का शनिवार को मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने उद्घाटन किया था.