पलामू: मार्च का महीना शुरू होने के साथ ही पलामू के कई इलाकों में जल संकट गहराने लगता है. कई इलाके पेयजल के संकट से जूझने लगते हैं. पलामू प्रमण्डलीय मुख्यालय मेदिनीमगर का 70 प्रतिशत इलाका अप्रैल महीने में ड्राई जोन हो जाता है, जबकि मेदिनीनगर कोयल नदी के तट पर बसा हुआ है. बारिश का पानी आने तक मेदिनीनगर की आबादी टैंकर पर निर्भर होती है. मेदिनीनगर को जल संकट से निजात दिलाने के लिए पहल की जा रही है.
मेदिनीनगर में कोयल नदी के अंदर 3 बीयर बांध बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. यह बांध बन जाने से मेदिनीनगर टॉउन का जलस्तर ऊपर उठेगा. पलामू सांसद विष्णुदयाल राम ने बताया कि प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया है. अगले कुछ महीनों में काम की प्रक्रिया शुरू हो सकती है.
बीयर बांध बन जाने से मेदिनीनगर का जलस्तर काफी ऊपर उठ जाएगा. सांसद ने बताया कि मामले में प्रक्रिया चल रही है. सांसद विष्णुदयाल राम ने बताया कि पलामू में पेयजल से जुड़ी सभी योजनाओं पर काम तेजी से चल रहा है.