पलामू: जिले में पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में वन्यजीवों के संरक्षण के प्रति लोगों की जागरूकता के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के दौरान स्कूली बच्चों और स्थानीय ग्रामीणों को जोड़ा जा रहा है. पीटीआर के अधिकारी और कर्मचारी स्थानीय ग्रामीण और बच्चों को पर्यावरण के संरक्षण के लिए शपथ दिलवा रहे हैं. सामूहिक रूप से यह शपथ दिलवाया जा रहा है.
पलामू टाइगर रिजर्व 1,129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. लंबे वक्त तक पूरा इलाका नक्सल प्रभावित रहा है. नक्सलियों के कमजोर होने के बाद पीटीआर के अधिकारी अब ग्रामीण इलाकों में पहुंच रहे और ग्रामीणों को वन्यजीवों के संरक्षण और उनके महत्वों के बारे में बता रहे हैं. पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि पांच जून तक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. मिशन लाइफ अभियान के तहत पांच बिंदुओं पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोगों से वन्य जीवों के संरक्षण की अपील की जा रही है. इस क्रम में लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि प्लास्टिक की बोतलें या प्लास्टिक वन्यजीव वाले इलाके में ना फेंके. बेतला नेशनल पार्क इलाके में पर्यटकों को भी जागरूक किया जा रहा है.
160 से भी अधिक गांव आते हैं पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में: पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में 160 से भी अधिक गांव मौजूद है, डेढ़ दर्जन के करीब गांव टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में आते हैं. इससे वन्यजीव पर प्रभाव पड़ता है. इस अभियान के तहत पीटीआर के अधिकारी ग्रामीणों को बता रहे हैं कि वन्य जीवों के दिखने पर किस तरह की सावधानी बरतनी है और उनके इलाके में दाखिल नहीं होना है. ग्रामीणों से गर्मी के दिनों में आग नहीं लगाने की अपील भी की जा रही है. स्कूली बच्चों को यह शपथ दिलवाया जा रहा है कि वे पर्यावरण के प्रति जागरूक रहेंगे और अन्य लोगों को भी उसके प्रति जागरूक करेंगे.