पलामू: जिले के हुसैनाबाद स्थित एके सिंह डिग्री कॉलेज में हुई अनियमितता मामले में दर्ज एफआईआर रांची से पलामू ट्रांसफर हो गया है. 2018 में रांची के डोरंडा थाना में तत्कालीन उच्च शिक्षा निदेशक के आवेदन के आधार पर कॉलेज के कर्मचारी और अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ था. जो पलामू के हुसैनाबाद थाना में ट्रांसफर हुआ है.
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
पलामू के एके सिंह डिग्री कॉलेज में अनियमितता मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एनसीपी और इंटक ने आंदोलन तेज कर दिया है. इंटक के राज्य महासचिव विनय कुमार सिंह उर्फ बिनु सिंह ने डिग्री कॉलेज गबन मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने कहा कि कॉलेज के पदाधिकारियों ने स्थानीय छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है. आरोपी रसूख वाले है तभी तो 2018 से ही गिरफ्तारी से बचते आएं है, जबकि एसीबी, यूनिवर्सिटी और शिक्षा विभाग ने भी गड़बड़ी को पकड़ा है.
कॉलेज के नियमों को रखा गया ताक पर
एनसीपी के प्रवक्ता अजित सिंह ने कहा कि मामले को लेकर उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी है. कॉलेज में कई नियमों को ताक पर रखा गया और फर्जी बहाली की गई है. दोनों ने आरोप लगाया है कि जांच के दौरान कॉलेज के 2016 -17 की प्राचार्य की उपस्थिति रजिस्टर नहीं दिखाया गया, जबकि कॉलेज के नाम की जगह तीन नामों से बैंक खाता खोला गया. उस दौरान विधायक कमलेश कुमार सिंह की जगह किसी और ने हस्ताक्षर किया है. इसी तरह अनियमितता बरती गई है.