पलामू: पलामू सेंट्रल जेल में सोमवार को छापेमारी की गई. हालांकि छापेमारी में कुछ भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है. सदर एसडीम राजेश कुमार साहू और एसडीपीओ सुजीत कुमार के नेतृत्व में टीम सोमवार को दोपहर के बाद सेंट्रल जेल पहुंची थी. इस दौरान टीम ने करीब दो घंटे तक सेंट्रल जेल में छापेमारी की. छापेमारी में ट्रेनिंग लेने वाले सभी पुलिस अधिकारी और जवानों को लगाया गया था. छापेमारी टीम ने सेंट्रल जेल के सभी वार्डों की तलाशी ली. इस संबंध में सदर एसडीम राजेश कुमार साहू और एसडीपीओ सुजीत कुमार ने बताया कि यह एक नियमित छापेमारी थी लेकिन छापेमारी में कुछ भी बरामद नहीं हुआ है.
छापेमारी में कुछ भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहींः दरसल पलामू सेंट्रल जेल में 1050 से भी अधिक विचाराधीन और सजायाफ्ता कैदी बंद हैं. जिसमें से दो दर्जन से अधिक महिलाएं हैं. पलामू और उसके आसपास के इलाके में अपराधिक घटनाओं को लेकर प्रशासनिक टीम की यह नियमित छापेमारी थी. पिछले एक महीने के अंदर पलामू सेंट्रल जेल में यह दूसरी बार छापेमारी हुई है. पिछली बार भी सेंट्रल जेल की छापेमारी में कुछ भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ था.
हर महीने दो बार सेंट्रल जेल में होगी तलाशी: जानकारी के अनुसार पलामू सेंट्रल जेल में हर महीने दो बार प्रशासन की टीम जेल की तलाशी लेगी. यह तलाशी महीने में दो बार कभी भी हो सकती है. झारखंड के जेलों से संचालित आपराधिक गतिविधियों को लेकर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं. इस कारण विभिन्न सेंट्रल जेलों में लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है. कुछ दिनों पहले पलामू सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट को कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू ने धमकी दी थी, जिसके बाद सेंट्रल जेल में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और पुलिस अलर्ट है. हालांकि अमन साहू को पलामू सेंट्रल जेल से निकाल कर दूसरे जेल में शिफ्ट कर दिया गया है.