पलामूः भ्रष्ट लोक सेवकों के खिलाफ पलामू प्रमंडल एसीबी की कार्रवाई जारी है. एसीबी की टीम लगातार रिश्वत लेने वालों को गिरफ्तार कर रही है. इसी क्रम में पलामू में एक रिश्वतखोर एसीबी के हत्थे चढ़ा है. घूस लेने के आरोप में पलामू प्रमंडल की एसीबी की टीम ने एक राजस्व कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी ने पूछताछ के क्रम में एसीबी टीम को कई महत्वपूर्ण जानकारी भी दी है. गिरफ्तार राजस्व कर्मचारी धीरेंद्र दीक्षित लेस्लीगंज के पूर्णाडीह पंचायत में तैनात था.
ये भी पढे़ं-Criminal Arrested in Palamu: खुद से बनाता था हथियार, फिर लूट की घटनाओं को देता था अंजाम
जमीन म्यूटेशन के लिए 10 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तारः दरअसल, लेस्लीगंज अंचल के रामाशंकर सिंह नामक व्यक्ति ने पलामू प्रमंडल की एसएबी में शिकायत की थी कि उनकी माता ने 1998 में एक जमीन खरीदी थी और उसका म्यूटेशन नहीं हुआ था. जमीन के म्यूटेशन को लेकर रामाशंकर सिंह ने ऑनलाइन आवेदन दिया था. आवेदन लंबे समय से लंबित था. मामले में रामाशंकर सिंह ने राजस्व कर्मचारी धीरेंद्र दीक्षित से संपर्क किया था. धीरेंद्र ने जमीन का म्यूटेशन करने के एवज में 12 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी. धीरेंद्र दीक्षित बार-बार राजस्व कर्मचारी से जमीन का म्यूटेशन करने का आग्रह कर रहा था, लेकिन राजस्व कर्मचारी रिश्वत की रकम पर अड़ा हुआ था.
रामाशंकर सिंह की शिकायत पर एसीबी ने की कार्रवाईः इसके बाद रामाशंकर सिंह की शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने पूरे मामले का सत्यापन किया था. मंगलवार को पलामू प्रमंडलीय एसीबी की टीम ने लेस्लीगंज अंचल इलाके में राजस्व कर्मचारी धीरेंद्र दीक्षित को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. धीरेंद्र को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम उसे प्रमंडलीय कार्यालय ले गई और मेडिकल जांच करने के बाद निगरानी कोर्ट में पेश किया. जहां से धीरेंद्र दीक्षित को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एसीबी की टीम ने वीरेंद्र दीक्षित के आवास की भी तलाशी ली, लेकिन टीम को वहां कुछ नहीं मिला.
एसीबी की टीम लगातार रिश्वतखोरों पर कर रही है कार्रवाईः गौरतलब हो कि पलामू में पिछले कुछ माह से आधा दर्जन के करीब रिश्वतखोर लोक सेवकों को एसीबी ने गिरफ्तार किया है. एसीबी घूस लेने की शिकायत मिलने के बाद लगातार कार्रवाई कर रही है. पलामू में एसीबी के पास कई भ्रष्ट लोक सेवक कर्मचारी और अधिकारियों की शिकायत पहुंच रही है.