पलामूः प्रमंडलीय एसीबी की टीम ने घूस लेने के आरोप में मुखिया और मुखिया पति को गिरफ्तार किया है. दोनों पर एक सरकारी योजना में 25 हजार रुपये घूस लेने का आरोप है. गिरफ्तार मुखिया प्रमिला और उसका पति बृजलाल विश्वकर्मा को एसीबी ने गढ़वा के रमना प्रखंड के हूरदाग से गिरफ्तार किया है. प्रमिला देवी हूरदाग पंचायत की मुखिया है. दोनों को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी पलामू स्थित प्रमंडलीय कार्यालय ले गई है. प्रमंडलीय कार्यालय में आवश्यक कागजातों को पूरा करने के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा.
दरअसल रमना प्रखंड के हूरदाग पंचायत में डोभा निर्माण कार्य चल रहा था, डोभा का निर्माण मनरेगा के तहत किया जा रहा है. डोभा का निर्माण करने वाले ठेकेदार और अन्य कर्मियों से मुखिया ने उपयोगिता प्रमाण पत्र के लिए 30 हजार रुपये घूस मांगा था. बाद में मामला 25 हजार रुपये पर तय हुआ था. बाद में संबंधित ठेकेदार ने पूरे मामले की शिकायत पलामू प्रमंडलीय एसीबी से की थी.
एसीबी ने मामले में सत्यापन करने के बाद गुरुवार को गढ़वा के रमना के इलाके में ट्रैप लगाया था. मुखिया और मुखिया पति ने जैसे ही घूस की रकम ली, मौके पर मौजूद एसीबी ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद दोनों को एसीबी अपने साथ ले गई. पलामू प्रमंडलीय एसीबी की टीम ने 2023 में पहली बार घूस लेने के आरोप में जन प्रतिनधि को गिरफ्तार किया है. घूस लेने के आरोप में पहली बार पति और पत्नी गिरफ्तार हुए है. 2022 में पलामू, गढ़वा और लातेहार में 28 लोक सेवक घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं. पलामू प्रमंडलीय एसीबी की टीम लगातार घूसखोरों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. जानकारी के अनुसार मुखिया और मुखिया पति उपयोगिता प्रमाण पत्र के लिए ठेकेदार को लंबे वक्त से दौड़ा रहे थे.
चार से पांच दो भाई योजना की उपयोगिता प्रमाण पत्र दिया जाना था. एक एक डोभा योजना की 60-60 हजार रुपये है. पंचायत चुनाव के बाद पहली बार मुखिया और मुखिया पति घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं. इससे पहले पलामू प्रमंडल में मनरेगा की कई योजनाओं में मुखियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.