पलामू: बदलते वक्त के साथ खेल का महत्व बढ़ रहा है. कई युवा खेल में अपने करियर की तलाश कर रहे हैं. वहीं सरकार भी खेल प्रतिभा को बढ़ाने पर ध्यान दे रही है. पलामू में भी खेल को बढ़ावा देने की पहल की जा रही है. शुरुआत में यहां 360 मैदान बनाए जाने थे. मगर अब राज्य सरकार ने पहल करते हुए पलामू में 976 खेल के मैदान बनाने का निर्णय लिया है.
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झारखंड सरकार पंचायत के साथ-साथ कई गांवों में खेल के मैदान तैयार करने की योजना तैयार कर रही है. पलामू के उपविकास आयुक्त रवि आनंद ने बताया खेल की प्रतिभा को निखारने के लिए इस तरह की पहल की जा रही है. उपविकास आयुक्त ने बताया कि पोटो-हो योजना और मनरेगा में तहत खेल के मैदान बनाए जाएंगे.
क्या है पोटो हो खेल योजना, पलामू में खेल को मैदानों की क्या है स्थिति: दरअसल वीर शहीद पोटो हो के नाम पर झारखंड में खेल प्रतिभा को निखारने की योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत हैर पंचायत में खेल के मैदान बनाए जाने हैं. इस योजना के तहत राज्य के खिलाडियों की प्रतिभा को निखारा जाना है. फिलहाल की बात करें तो पलामू में खेल के मैदानों की स्थिति ठीक नहीं कही जा सकती है.
पलामू में पहले तो खेल के मैदानों की कम है. इसके अलाा जो मैदान हैं भी उनकी भी स्थिति अच्छी नहीं है. प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर की बात करें तो यहां एक भी ऐसा मैदान नहीं है जहां बड़े खेल समारोह का आयोजन किया जा सके.