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पलामू में सड़क दुर्घटना में हर सप्ताह 5 लोगों की जाती है जान, ज्यादातर युवा हो रहे शिकार - परिवहन विभाग पलामू

पलामू जिले में सड़क दुर्घटना में हर सप्ताह पांच लोगों की जान जाती है. ये पलामू में पिछले दो वर्षों के सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े बताते हैं. बता दें कि इनमें 150 से अधिक मौत हेलमेट नहीं लगाने के कारण हुई है.

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सड़क सुरक्षा सप्ताह
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Published : Jan 15, 2020, 5:04 PM IST

Updated : Jan 28, 2020, 4:17 PM IST

पलामू: जिले में सड़क दुर्घटना में हर सप्ताह पांच लोगों की जान जाती है. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि पलामू में पिछले दो वर्षों के सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े बताते हैं. 2019 में पलामू में सड़क दुर्घटना में 259, जबकि 2018 में 221 लोगों की जान गई थी. इनमें से अधिकतर मौत कम उम्र के लोगों की हुई है.

देखें पूरी खबर

हेलमेट नहीं लगाने के कारण ज्यादा मौत
बता दें कि 150 से अधिक मौत हेलमेट नहीं लगाने के कारण हुई है. पूरे देश भर में 31वां सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. इसी क्रम में पलामू में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. पलामू में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत की संख्या अधिक है. सड़क दुर्घटनाओं में अधिकतर मौत मई, जून , जुलाई के महीने हो रही है. 2019 में तीनों महीनों को मिला कर 76 लोगों की मौत हुई है. ठंड के महीने में दुर्घटनाओं के आंकड़े बेहद कम हैं.

ये भी पढ़ें- पर्यटन विभाग के आईएएस अधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप, ड्राइवर ने थाने में की शिकायत


युवा हो रहे दुर्घटना के शिकार
सड़क दुर्घटनाओं के मामले में जांच के बाद पलामू एसपी अजय लिंडा बताते हैं कि हेलमेट नहीं लगाना मौत का बड़ा कारण है. युवा अधिकतर मौत का शिकार हो रहे हैं, पुलिस लगातार अभियान चला रही है. जिस वक्त अभियान चलाया जाता है उस वक्त लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करते हैं. जैसे ही अभियान खत्म होता है लोग इसका इस्तेमाल बंद कर देते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को ट्रैफिक नियमों को अपनाना होगा और व्यवहार में लाना होगा.

ये भी पढ़ें- अमन श्रीवास्तव गिरोह के 11 शातिर गिरफ्तार, चंदवा-बालूमाथ से गैंग को दबोचा गया

'जान की कीमत समझनी होगी'
इधर, सड़क सुरक्षा की कमान संभालने वाले परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि दुर्घटना के अधिकतर मामले बाइक से जुड़े हुए हैं. डीटीओ शैलेश कुमार सिंह का कहना है कि रश ड्राइविंग, ड्रंक ड्राइविंग भी दुर्घटना का कारण है. वे बताते हैं कि जागरूकता अभियान चलाने से सिर्फ सड़क दुर्घटना नहीं रुकेगी, लोगों को अपनी जान की कीमत भी खुद समझनी होगी.

पलामू: जिले में सड़क दुर्घटना में हर सप्ताह पांच लोगों की जान जाती है. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि पलामू में पिछले दो वर्षों के सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े बताते हैं. 2019 में पलामू में सड़क दुर्घटना में 259, जबकि 2018 में 221 लोगों की जान गई थी. इनमें से अधिकतर मौत कम उम्र के लोगों की हुई है.

देखें पूरी खबर

हेलमेट नहीं लगाने के कारण ज्यादा मौत
बता दें कि 150 से अधिक मौत हेलमेट नहीं लगाने के कारण हुई है. पूरे देश भर में 31वां सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. इसी क्रम में पलामू में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. पलामू में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत की संख्या अधिक है. सड़क दुर्घटनाओं में अधिकतर मौत मई, जून , जुलाई के महीने हो रही है. 2019 में तीनों महीनों को मिला कर 76 लोगों की मौत हुई है. ठंड के महीने में दुर्घटनाओं के आंकड़े बेहद कम हैं.

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युवा हो रहे दुर्घटना के शिकार
सड़क दुर्घटनाओं के मामले में जांच के बाद पलामू एसपी अजय लिंडा बताते हैं कि हेलमेट नहीं लगाना मौत का बड़ा कारण है. युवा अधिकतर मौत का शिकार हो रहे हैं, पुलिस लगातार अभियान चला रही है. जिस वक्त अभियान चलाया जाता है उस वक्त लोग ट्रैफिक नियमों का पालन करते हैं. जैसे ही अभियान खत्म होता है लोग इसका इस्तेमाल बंद कर देते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को ट्रैफिक नियमों को अपनाना होगा और व्यवहार में लाना होगा.

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'जान की कीमत समझनी होगी'
इधर, सड़क सुरक्षा की कमान संभालने वाले परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि दुर्घटना के अधिकतर मामले बाइक से जुड़े हुए हैं. डीटीओ शैलेश कुमार सिंह का कहना है कि रश ड्राइविंग, ड्रंक ड्राइविंग भी दुर्घटना का कारण है. वे बताते हैं कि जागरूकता अभियान चलाने से सिर्फ सड़क दुर्घटना नहीं रुकेगी, लोगों को अपनी जान की कीमत भी खुद समझनी होगी.

Intro:पलामू में सड़क दुर्घटना में हर सप्ताह पांच लोगों की जाती है जान, युवा हो रहे दुर्घटना के शिकार

नीरज कुमार । पलामू

पलामू में सड़क दुर्घटनाओं में हर सप्ताह पांच लोगों की जान जाती है। ऐसा हम नही बोल रहे बल्कि पलामू में पिछले दो वर्ष के सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े बताते है। 2019 में पलामू में सड़क दुर्घटना में 259 जबकि 2018 में 221 लोगो की जान गई थी। इनमें से अधिकतर मौत कम उम्र के लोगो की हुई है। 150 से अधिक मौत हेलमेट नही लगाने के कारण हुई है। पूरे देश भर में 31वा सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में पलामू में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। पलामू में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या अधिक है। सड़क दुर्घटनाओं में अधिकतर मौतें मई ,जून ,जुलाई के महीने हो रही है। 2019 में तीनों महीनों को मिला कर 76 लोगो की मौत हुई है। ठंड के महीने में दुर्घटनाओं के आंकड़े बेहद कम है।


Body:युवा हो रहे हैं अधिकतर दुर्घटना के शिकार, हेलमेट नही लगाना मौत का कारण

सड़क दुर्घटनाओं के मामले में अनुसंधान के बाद पलामू एसपी अजय लिंडा बताते हेलमेट नही लगाना मौत का बड़ा कारण है। युवा अधिकतर मौत का शिकार हो रहे हैं। पुलिस लगातार अभियान चला रही है। जिस वक्त अभियान चलाया जाता है उस वक्त लोग ट्रैफिक नियमो का पालन करते है जैसे ही अभियान खत्म होती है लोग इसका इस्तेमाल बंद कर रहे है। लोगो को ट्रैफिक नियमों को अपनाना होगा और व्यवहार में लाना होगा।


सड़क सुरक्षा की कमान संभालने वाले परिवहन विभाग के अधिकारी बताते है कि दुर्घटना के अधिकतर मामले बाइक से जुड़े हुए हैं। डीटीओ शैलेश कुमार सिंह का कहना है कि रश ड्राइविंग , ड्रिंक ड्राइविंग भी दुर्घटना का कारण है। वे बताते है कि जागरूकता अभियान चलाने से सिर्फ सड़क दुर्घटना नही रुकेगी लोगो को अपनी जान की कीमत भी खुद समझनी होगी।


Conclusion:पलामू में दुर्घटनाओं में होने वाली मौत चिंता का विषय है। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान जागरूकता अभियान से सड़क दुर्घटनाओं में कितना रोक लग पाती है यह देखने वाली बात होगी।
Last Updated : Jan 28, 2020, 4:17 PM IST
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