पलामू: जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. हर दिन कोविड-19 के संक्रमण से लोगों की मौत हो रही है. पलामू प्रशासन टीम बनाकर काम करना शुरू किया है ताकि कोविड-19 संक्रमित मरीजों की जान को बचाया जा सके. इसी कड़ी में मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में कोविड-19 के मरीजों के लिए बेडों की संख्या बढ़ाकर 150 तक कर दी गई है. पूरी व्यवस्था पर पलामू के एनडीसी सह MMCH में बेडों के नोडल पदाधिकारी शैलेश कुमार ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत किया और पूरी व्यवस्था को बताया.
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एमएमसीएच में बढ़ाए गए बेड
मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में सरकार के निर्देश पर बेडों की संख्या को बढ़ाया गया है. एनडीसी शैलेश कुमार ने बताया कि पहले एमएमसीएच में 100 बेड थे, इसे बढ़ा कर 150 तक किया गया है. करीब 60 मरीज भर्ती है, 40 प्रतिशत से अधिक बेड खाली है. उन्होंने बताया कि आवश्यकता अनुसार और बेडों को बढ़ाया जाना है. निजी अस्पतालों में भी 25-25 बेड रखने को गया है. अधिकतर अस्पतालों ने इसके लिए सहमति दिया है.
दवा और ऑक्सीजन की नहीं है कमी
एनडीसी शैलेश कुमार ने बताया कि एमएमसीएच में कोविड-19 के लिए दवा और ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. डॉक्टर स्वास्थ्य कर्मी 24 घंटे तैनात है और मरीजों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखे हुए. उन्होंने कहा कि कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करें तभी स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे. मरीजों को ऑक्सीजन मिले इसके लिए विशेष ध्यान रखा गया है और कर्मियों की तैनाती की गई है. एनडीसी शैलेश कुमार ने लोगों से अपील किया है कि वे ऑक्सीजन की जमाखोरी ना करें. ऑक्सीजन जरूरतमंदों को दिया जाना जरूरी है.
लोग न हो पैनिक
एनडीसी शैलेश कुमार ने बताया कि लोग पैनिक नहीं हो, संक्रमण होने की स्थिति में डॉक्टर सलाह जरूर लें और हालात बिगड़ने से पहले अस्पतालों में भर्ती हो. उन्होंने ऐसा देखा है कि कई मरीज गंभीर होने के बाद अस्पतालों में पहुंचते हैं. मरीज और उनके परिजन अस्पतालों पर विश्वास रखें और इलाज के लिए पहुंचे.
लक्षण देख इलाज करने का दिया निर्देश
उन्होंने बताया कि पीएमसीएच में डॉक्टरों को साफ निर्देश दिया गया है कि कोई भी मरीज कोविड-19 अस्प्ताल में पहुंचता है और उसमें लक्षण है तो उसका तुरंत इलाज शुरू किया जाए. कागजी की प्रक्रिया बाद में पूरी की जाएगी और दोबारा जांच, इलाज के दौरान किया जाएगा.