पलामूः यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया के डाल्टनगंज शाखा में हुए लॉकर घोटाले के मामले में पुलिस का अनुसंधान तेज हो गया है. लॉकर घोटाले के मामले में पुलिस ने 14वें आरोपी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी के पास से पुलिस ने 19 सोने की चेन समेत कई जेवरात को बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपी सोनू सोनी ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है. यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया वर्तमान में पंजाब नेशनल बैंक का हिस्सा है.
ये भी पढ़ेंः बैंक लॉकर घोटाला: महंगा पड़ा उदार गोल्ड नियम, बैंकों के लॉकर की सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
इसकी डाल्टनगंज शाखा से आधा दर्जन से अधिक लॉकर को तोड़कर लाखों के जेवरात को गायब कर दिया गया था. पूरी घटना का मास्टरमाइंड बैंक का डिप्टी मैनेजर और मैनेजर है. पुलिस ने मैनेजर और डिप्टी मैनेजर के साथ-साथ 13 आरोपियों को पहली बार में ही गिरफ्तार कर लिया था. मंगलवार को भी एक आरोपी सोनू सोनी पकड़ा गया. सोनू सोनी को फरार आरोपी रिषू सोनी ने जेवरात दिए थे. सोनू सोनी ने जेवरातों को अपने घर में अनाज और कपड़े में छुपा कर रखा था.
लॉकर के जेवरात से छह प्रतिशत तक ब्याज कमा रहे थे कारोबारी
सोनू सोनी ने मेदिनीनगर टाउन थाना पुलिस को कई अहम जानकारी दी है. उसने पुलिस को बताया है कि चार लाख रुपये में रिषू सोनी ने जेवरात को उसके पास गिरवी रखा था. रिषू सोनी डिप्टी मैनेजर से जेवरात लेकर गिरवी रखता था और ब्याज पर रुपये लिया करता था. सोनू सोनी की माने तो इस पूरे मामले में छह प्रतिशत तक लोग ब्याज पर रुपये कमा रहे थे. इनकी एक चेन बनी हुई थी, इसी चेन से वे रुपये कमा रहे थे. कई जेवरात कारोबारियों को पता तक नहीं था कि ये बैंक लॉकर से गायब किए हुए जेवरात थे.