पाकुड़: कोरोना वायरस से बचाव, रोकथाम और उपचार के लिए शासन और प्रशासन यहां पूरी तरह मुस्तैदी से काम कर रहा है. वहीं, प्रधानमंत्री के 21 दिनों तक लॉकडाउन की घोषणा के बाद सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए वाहनों की आवाजाही सहित लोगों के घरों से निकलने पर पूरी तरह रोक लगा दी गयी है.
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पाकुड़ जिले की हिरणपुर प्रखंड के कई गांवों के लोगों पर कोरोना वायरस का डर इस तरह हावी है कि उन्होंने गांव में बैरियर लगा दिया है. बैरियर लगाकर ग्रामीण रोज वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने के साथ-साथ आने जाने वाले लोगों का पूरा हिसाब-किताब भी ले रहे हैं ताकि कोई भी ऐसा सख्स जो कोरोना वायरस से ग्रसित हो प्रवेश न कर सके. बैरियर के कारण वाहनों की आवाजाही न केवल रुक गयी है बल्कि लोग भी इस रास्ते से आवागमन नहीं कर रहे. बैरियर लगाने के चलते जिले के महेशपुर, लिट्टीपाड़ा, हिरणपुर के लोग डांगापाड़ा मुख्य सड़क से आवागमन नहीं कर पा रहे.
ग्रामीणों ने बताया कि शासन-प्रशासन के लॉकडाउन किए जाने और धारा 144 लागू करने के बावजूद वाहनों से दूसरे राज्य और जिले से लोग डांगापाड़ा के रास्ते आवागमन कर रहे थे. वाहनों के आवागमन और लोगों की आवाजाही के वजह से कोरोना वायरस फैलने का डर ग्रामीणों में हो गया इसलिए बैरियर लगाया गया.