पाकुड़: जिले को हराभरा बनाने, जल संरक्षण करने और भूमि को सुरक्षित करने के लिए पाकुड़ जिला वन विभाग ने कमर कस ली है. इस बार मानसून में वन विभाग ने जिले के जंगलों, शहरी क्षेत्रों के अलावा नहर, तालाब आदि स्थानों में लगभग दो लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. डीएफओ रजनीश कुमार (Divisional Forest Officer Pakur) ने इसकी जानकारी दी है.
प्रति हेक्टेयर लगाए जाएंगे 200 पौधे: पाकुड़ जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार ने बताया कि पाकुड़ जिले में मात्र 9 प्रतिशत वन भूमि में जंगल है और इसे सुरक्षित रखने और घनत्व को बढ़ाने के लिए पर हेक्टेयर दो सौ पौधे लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि 550 हेक्टेयर में एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. वन प्रमंडल पदाधिकारी ने बताया कि जंगलों के अलावा शहरी क्षेत्र सहित मुख्य सड़क किनारे, नदी, नहर, सरकारी तालाब किनारे भी पौधारोपण किया जाएगा.
ऐसे होगा पौधों का संरक्षण: डीएफओ रजनीश कुमार ने बताया कि मानसून से पहले वन विभाग पौधशाला में साल, शीशम, महुआ, आम, पीपल, सागवान और कदम के नर्सरी तैयार हो चुके हैं. साथ ही पौधे को सुरक्षित रखने के ग्रेवियन भी बनाया गया है. डीएफओ ने बताया कि पौधे की देखरेख के लिए वन विभाग के अधिकारी, कर्मी के अलावा अन्य लोगों को लगाया जाएगा. साथ ही समाज के लोगों का साथ भी लिया जाएगा ताकि लगाए जाने वाले पौधे को सुरक्षित किया जा सके. डीएफओ ने बताया कि जितना ज्यादा वनों का घनत्व बढ़ेगा वातावरण को उतना ही सुरक्षित रखा जा सकेगा. साल 2021 में भी वन विभाग का ओर से जिले के शहरी क्षेत्र के अलावा लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा, महेशपुर, हिरणपुर, पाकुड़िया एवं पाकुड़ शहरी व ग्रामीण इलाकों में पौधारोपण किया गया था.