पाकुड़ : जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के बासको नाला में पुल निर्माण स्थल से रामनरेश भगत के अपहरण मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. छापेमारी के दौरान पुलिस ने उस वाहन को भी जप्त किया है, जिससे रामनरेश को अगवा कर गोड्डा ले जाया गया था. पुलिस ने अपराधियों के पास से चार मोबाइल भी बरामद किए हैं.
घटना के बारे में एसपी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि जिन अपराधियों को पुलिस ने रामनरेश भगत अपहरण मामले में गिरफ्तार किया है, उनमें बैजुल टुडू अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के बॉस्को संथाली गांव का रहने वाला है और स्टीफन हेंब्रम मालीपाड़ा के रहने वाला है. पुलिस ने सभी से पूछताछ कर उसे जेल भेज दिया है.
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पुलिस कप्तान ने बताया कि इस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शशि प्रकाश के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी, जिसे इन अपराधियों के छिपे होने की खबर मिली थी, जिसके बाद छापेमारी कर दोनों अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. एसपी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि दोनों अपराधी कई अपराधिक घटनाओं और नक्सल वारदात में शामिल राम पतरस मरांडी गिरोह के सदस्य हैं.
पूछताछ के दौरान दोनों अपराधियों ने बताया कि रामनरेश भगत को एक लाख रुपये लेकर छोड़ा गया था. इस अपहरण मामले में वकील मुर्मू, रमेश मुर्मू, फ्रांसिस मुर्मू, जैकब मुर्मु और राम पतरस भी शामिल था. एसपी ने बताया कि गिरोह में शामिल सभी सदस्य ठेकेदारों से वसूली का भी काम करता था.
आपको बता दें कि 3 जनवरी को अमड़ापाड़ा प्रखंड के डुमरचीर पंचायत के मालीपाड़ा में बॉस्को नाला पर बन रहे पुल के साइड से मुंशी राम नरेश भगत को अगवा किया गया था. घटना के बाद पुलिस ने रामनरेश को सकुशल बरामद कर लिया था.