पाकुड़: जिले में इन दिनों मजदूरों को रोजगार की गारंटी देने वाला मनरेगा योजना में लूटपाट (Scam in MNREGA in pakur) मची हुई है और लूटपाट का मामला सामने आने के बाद अधिकारी और कर्मी उसपर लीपापोती करने में जुट जाते हैं. ऐसा ही एक मामला पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड में इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है.
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क्या है पूरा मामला: यह मामला हिरणपुर प्रखंड के खजुरडांगा पंचायत का है, जहां मनरेगा योजना के तहत सोना मुर्मू की जमीन पर सिंचाई कूप निर्माण के लिए वर्ष 2021-22 में 4 लाख 50 हजार की स्वीकृति दी गयी. बीते माह सोना मुर्मू के जमीन पर कूप का निर्माण कर 3 लाख 16 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी लेकिन, निर्माण के एक माह बाद कूप का धंस गया. खजुरडांगा पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि सोना मुर्मू की जमीन पर कूप निर्माण का कार्य गांव के ही एक बिचौलिये द्वारा कराया गया और इस दौरान मनरेगा से जुड़े कर्मी, अधिकारी व अभियंता निरीक्षण करने नहीं पहुंचे. जिस कारण कूप में घटिया स्तर की सामग्री का इस्तेमाल किया गया और राशि की लूटपाट कर ली गई.
Scam in MGNREGA: एक महीने में धंस गया कूप, लीपापोती करने पहुंचे अधिकारी - पाकुड़ न्यूज
पाकुड़ में मनरेगा में लूटपाट (Scam in MGNREGA) होने की खबर है. यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, जहां मनरेगा योजना के तहत बनी एक कूप एक महीने में ही धंस गया और गड़बड़ी सामने आते ही अधिकारी और कर्मी लीपापोती करने पहुंच गए.
पाकुड़: जिले में इन दिनों मजदूरों को रोजगार की गारंटी देने वाला मनरेगा योजना में लूटपाट (Scam in MNREGA in pakur) मची हुई है और लूटपाट का मामला सामने आने के बाद अधिकारी और कर्मी उसपर लीपापोती करने में जुट जाते हैं. ऐसा ही एक मामला पाकुड़ जिले के हिरणपुर प्रखंड में इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है.
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क्या है पूरा मामला: यह मामला हिरणपुर प्रखंड के खजुरडांगा पंचायत का है, जहां मनरेगा योजना के तहत सोना मुर्मू की जमीन पर सिंचाई कूप निर्माण के लिए वर्ष 2021-22 में 4 लाख 50 हजार की स्वीकृति दी गयी. बीते माह सोना मुर्मू के जमीन पर कूप का निर्माण कर 3 लाख 16 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी लेकिन, निर्माण के एक माह बाद कूप का धंस गया. खजुरडांगा पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि सोना मुर्मू की जमीन पर कूप निर्माण का कार्य गांव के ही एक बिचौलिये द्वारा कराया गया और इस दौरान मनरेगा से जुड़े कर्मी, अधिकारी व अभियंता निरीक्षण करने नहीं पहुंचे. जिस कारण कूप में घटिया स्तर की सामग्री का इस्तेमाल किया गया और राशि की लूटपाट कर ली गई.