पाकुड़: झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर महागठबंधन से निपटने के लिए एक ओर जहां भाजपा पर दूसरे दल सेंधमारी का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन को लेकर कांग्रेस में ही एक राय नहीं है. शनिवार को पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू के बयान से तो यही लगता है.
प्रदीप बालमुचू का बयान
कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु ने कहा कि प्रदेश के अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन होना अच्छी बात है और इसके प्रयास भी हो रहे हैं, लेकिन लोकसभा का रिजल्ट अच्छा नहीं रहा था. इसलिए पार्टी के अंदर महागठबंधन पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए. प्रदीप बालमुचु ने कहा कि अगर गठबंधन नहीं हुआ तो राज्य के सभी 81 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी.
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महागठबंधन पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं बलमुचू
प्रदीप बलमुचू के महागठबंधन पर दिए गए बयान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि महागठबंधन पर कुछ भी बोलने के लिए प्रदीप बलमुचु अधिकृत नहीं है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के लिए पार्टी ने कुछ नेताओं को अधिकृत किया है, यह उनकी ही जिम्मेवारी है. हालांकि जो बयान उन्होंने दिया है, वह उनकी व्यक्तगत राय हो सकती है.
आरपीएन सिंह करेंगे मामला साफ
इस पूरे मामले पर राज्यसभा सांसद धीरज साहू का कहना है कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. आरपीएन सिंह अपने रांची दौरे के दौरान जो कहेंगे उसी बाबत काम किया जाएगा. हालांकि कांग्रेस का दावा 35 सीटों पर चुनाव लड़ने का है.
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सम्मेलन में कई नेता हुए शामिल
बता दें कि शनिवार को रविंद्र नगर भवन में पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र के यूथ कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित हुआ था, जिसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कुमार गौरव, राज्यसभा सांसद धीरज साहू, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम सहित दर्जनों नेताओं ने सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान सभी नेताओं ने विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए कार्यकर्ताओं में जान फूंकी. वहीं, इस दौरान दूसरे दलों के कई कार्यकर्ताओ ने कांग्रेस का दामन थामा, जिसका प्रदेश अध्यक्ष ने स्वागत किया.