पाकुड़: न्यू पेंशन स्कीम के विरोध में ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के लोग चार दिवसीय भूख हड़ताल पर चले गए हैं. भूख हड़ताल पर बैठे ईआरएमयू के प्रतिनिधि न्यू पेंशन स्कीम को रद्द करने, ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग कर रहे हैं.
चार दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे ईआरएमयू के शाखा अध्यक्ष अखिलेश कुमार चौबे ने बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग काफी दिनों से की जा रही है, लेकिन रेलवे ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. मजबूरन ईआरएमयू को धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल जैसा आंदोलन करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा.
वहीं शाखा सचिव संजय कुमार ओझा ने कहा कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन की पुकार पर ईस्टर्न रेलवे मेंस यूनियन के तत्वाधान में विगत फरवरी 2023 से लगातार नई पेंशन स्कीम के विरोध में एवं पुरानी पेंशन नीति लागू करने के लिए एक देशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत प्रत्येक महीने की 21 तारीख को शाखा स्तर पर, मंडल स्तर पर एवं क्षेत्रीय मुख्यालय स्तर पर धरना, प्रदर्शन, जुलूस, उपवास जैसे विरोध कार्यक्रम आयोजित किए गए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पेंशन नीति की समीक्षा के लिए एक समिति का गठन किया गया, परंतु अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं होता देख रेलवे के श्रमिक संगठन द्वारा क्रमबद्ध सांकेतिक भूख हड़ताल का आयोजन पुरे देश में किया जा रहा है. इस क्रम में शाखा स्तर पर 8 जनवरी को, मंडल स्तर पर 9 जनवरी को, एवं क्षेत्रीय मुख्यालय स्तर पर 11 जनवरी को उपवास कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
शाखा सचिव ने बताया कि आज का उपवास कार्यक्रम शाखा स्तर पर एक दिवसीय रखा गया है. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के अंत में मंडल प्रबंधक हावड़ा को स्टेशन प्रबंधक पाकुड़ के माध्यम से एक ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें नई पेंशन नीति को रद्द कर पुरानी पेंशन नीति लागू करना, खाली पदों को समाप्त करने की योजना को बंद करना, रेलवे में प्रति वर्ष बहाली को सुनिश्चित करना तथा नए श्रमिक कानून को खत्म करना मांग शामिल हैं.
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