पाकुड़: डीसी वरुण रंजन ने सोमवार को समाहरणालय स्थित दर्जनों कार्यालयों का औचक निरीक्षक किया. इस दौरान उन्होंने दर्जनों कर्मियों और पदाधिकारियों को कार्यालय से नदारद पाया. डीसी ने इस पर नाराजगी जतायी और गायब कर्मियों और पदाधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया. वहीं डीसी की कार्रवाई से कर्मियों और पदाधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया.
समाहरणालय स्थित विभिन्न विभागों का डीसी ने किया निरीक्षणः इस संबंध में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ चंदन ने बताया कि डीसी सहित अन्य पदाधिकारियों ने समाहरणालय स्थित विधि शाखा, स्थापना शाखा, आपूर्ति कार्यालय, भू-अर्जन कार्यालय, राजस्व शाखा, पंचायती राज कार्यालय, कल्याण शाखा, बाल संरक्षण इकाई, समाज कल्याण कार्यालय, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, जिला योजना कार्यालय, जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय, ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, श्रम कार्यालय, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, निर्वाचन शाखा, एनआईसी सहित कई जिलास्तरीय कार्यालय का निरीक्षण किया.
कुल 71 कर्मी और पदाधिकारी मिले नदारदः निरीक्षण के दौरान डीसी ने उपस्थिति पंजी के अलावे अन्य पंजियों की जांच की. डीसी ने कार्यालय से गायब 71 कर्मियों और पदाधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया है. डीसी ने मौजूद कर्मियों और पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि कार्य के प्रति जवाबदेह बनें. लापरवाही पायी गई तो सीधी कार्रवाई की जाएगी.
निरीक्षण में डीसी के साथ ये पदाधिकारी थे साथः निरीक्षण में डीसी वरुण रंजन के साथ डीडीसी शाहिद अख्तर, अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी, एसडीओ हरिवंश पंडित, जिला आपूर्ति पदाधिकारी संजय कुमार दास, जिला स्थापना उप समाहर्ता विकास कुमार त्रिवेदी, कार्यपालक दंडाधिकारी आशुतोष कुमार सहित कई अन्य पदाधिकारी शामिल थे.