पाकुड़: जिले के सदर प्रखंड के बाहिरग्राम गांव में लाखों रुपए से ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत बनाए गए पानी टंकी एक माह बाद ही निर्माण में खर्च राशि की बंदरबांट को उजागर करने लगा, जिसके चारों ओर से पानी टपकने लगा है. जिस कारण ग्रामीणों में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों के प्रति काफी आक्रोश है.
ग्रामीणों को हो रही परेशानी
पानी की किल्लत को दूर करने के लिए सोलर ऊर्जा आधारित जलापूर्ति योजना के तहत बाहिरग्राम गांव में पानी टंकी का निर्माण पेयजल एवं स्वच्छ्ता विभाग द्वारा कराया गया. टंकी बनने के एक माह बाद ही टंकी की चारों ओर से पानी टपकने लगा. ग्रामीणों ने बताया कि टंकी में पानी का स्टोर ज्यादा देर नहीं हो पाता है. जिस कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है.
रात में हो रही दिक्कत
ग्रामीणों ने बताया कि टंकी को दुरुस्त कराने के लिए कई बार विभाग के अभियंता और ठेकेदार का ध्यान इस ओर दिलाया गया पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. ग्रामीणों ने बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कत रात में होता है. क्योंकि पानी स्टोर नहीं हो पाता है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई
इस मामले में जिला परिषद उपाध्यक्ष मुकेश कुमार शुक्ला ने बताया कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता को जांच कर टंकी को दुरुस्त कराने का आदेश दिया गया है. उन्होंने बताया कि पानी टंकी निमार्ण कार्य के गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी और किसी तरह की लापरवाही पाए जाने पर संवेदक के खिलाफ विधि संवत कार्रवाई भी की जाएगी.
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क्या कहा इंजीनियर ने
वहीं, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जूनियर इंजीनियर दिनेश मंडल ने बताया कि इसकी जांच की गई है. इसमें प्रथम दृष्टया पाइप लाइन का काम सही ढंग से नहीं करने के कारण पानी का रिसाव हो रहा है. उन्होंने बताया कि संवेदक को पाइप लाइन का काम करने के लिए कहा गया है और यदि टंकी को दुरुस्त नहीं किया तो संवेदक को भुगतान नहीं किया जाएगा.