पाकुड़: जिले में मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान की शुरुआत बुधवार को हुई. अभियान का शुभारंभ उपविकास आयुक्त शाहिद अख्तर ने जिला मुख्यालय के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में किया. इस अवसर पर पाकुड़ के सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनी देवी के अलावे कई शिक्षक मौजूद थे. इस दौरान पदाधिकारियों ने टीकाकरण के फायदे गिनाए और लोगों से बच्चों का टीकाकरण जरूर कराने की अपील की.
जिले में 3.34 लाख बच्चों का टीकाकरण करने का है लक्ष्यः स्वास्थ्य कर्मियों ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के सैकड़ो छात्राओं को मीजल्स-रूबेला का टीका दिया. वहीं उपविकास आयुक्त शाहिद अख्तर ने बताया कि पाकुड़ जिले में तीन लाख, 34 हजार, 361 बच्चों का टीकाकरण करने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि नौ माह से 15 वर्ष आयु के बच्चों को मीजल्स-रूबेला का टीका लगाया जाएगा.
जिले में पांच सप्ताह तक चलाया जाएगा अभियानः इस मौके पर उपविकास आयुक्त शाहिद अख्तर ने बताया कि यह अभियान जिले में पांच सप्ताह तक चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि प्रथम दो सप्ताह सभी विद्यालयों में, द्वितीय दो सप्ताह आंगनबाड़ी केंद्रों में और छूटे हुए बच्चों को अंतिम सप्ताह विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में टीकाकरण किया जाएगा.
मीजल्स-रूबेला का टीका लगवाने से बच्चों को कई गंभीर बीमारियां नहीं होगीः वहीं अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे डॉ मनीष कुमार ने बताया कि मीजल्स-रूबेला का टीका लगवा लेने से बच्चों को भविष्य में मीजल्स और रुबैला की बीमारी नहीं होगी.डॉ मनीष ने बताया कि यह टीका लगवाने के बाद बच्चे निमोनिया, डायरिया सहित कई अन्य गंभीर बीमारियो से दूर रहेंगे. साथ ही भविष्य में खासकर गर्भवती माताएं सुरक्षित बच्चे को जन्म देंगी.उन्होंने बताया कि इस टीका से मृत्यु दर भी घटेगा.