पाकुड़: जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है, लोगों से वैक्सीन लेने की अपील भी की जा रही है, लेकिन शिक्षा का दीप जलाने वाले जिले के सैकड़ों शिक्षक वैक्सीन लेने से डर रहे हैं.
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जिले के सभी शिक्षकों ने साल 2020 में कोरोना काल में बढ़ चढ़कर काम किया था. शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियोंं ही नहीं, बल्कि आम सहित खास लोगों ने भी शिक्षकों के कार्य की सराहना की थी, लेकिन जब शिक्षकों को वैक्सीन लगाने की बारी आई तो शिक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारी और अधिकारी पीछे हटने लगे हैं. अधिकारियों के मुताबिक फ्रंटलाइन वर्करों को वैक्सीन दे दी गई है, कुछ कर्मियों ने किसी कारण से वैक्सीन नहीं ली है, जिन्हें जल्द ही वैक्सीन दिलाई जाएगी.
कितने शिक्षकों ने अब तक ली वैक्सीन
शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक सैकड़ों ऐसे शिक्षक और कर्मी हैं, जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है. विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में प्राथमिक मध्य विद्यालय के 45 या उससे अधिक आयु के 665 शिक्षक हैं, जिनमें 17 अप्रैल तक 463 ही शिक्षकों ने ही वैक्सीन ली है. 202 शिक्षकों ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है. जिले में कुल 1693 पारा शिक्षकों हैं, जिसमें 421 शिक्षकों ने टीका लगवाया है. वहीं उच्च और प्लस 2 विद्यालयों में 404 शिक्षकों में से 249 ने टीका लिया है. जबकि पूरे जिले में बीपीओ, सीआरपी और बीआरपी की संख्या 112 है, जिसमें 85 ने वैक्सीन ली है. जिला शिक्षा अधीक्षक दुर्गानंद झा और प्राथमिक शिक्षक संघ के महासचिव मिथिलेश कुमार ने सभी शिक्षकों और कर्मियों से जल्द वैक्सीन लेने की अपील की है.