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ये बड़ी घटना को न्योता है! अपने फायदे के लिए पुलिसकर्मियों की जिंदगी के साथ खिलावाड़ कर रहे ठेकेदार - Construction of quarters for police in Jharkhand

पलामू में पुलिसकर्मियों के लिए क्वार्टर का निर्माण कराया जा रहा है. करोड़ों रुपए की लागत से बन रहे क्वार्टर की ढलाई में 20 और 16 एमएम छड़ का इस्तेमाल होना था, लेकिन संवेदक और अभियंताओं की मिलीभगत से 16 और 12 एमएम का छड़ लगाया गया. इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं.

Quarters being built for policemen in Pakur
पाकुड़ में पुलिसकर्मियों के लिए बन रहा क्वार्टर
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Published : Aug 4, 2021, 9:26 PM IST

पाकुड़: कानून का राज कायम करने के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है. झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के अभियंता और संवेदक एनपीसीसी की मिलीभगत से करोड़ों रुपए की योजना की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं. सवाल इसलिए खड़े हो गए हैं क्योंकि पुलिस केंद्र में करीब 46 करोड़ रुपए की राशि से बन रहे क्वार्टर की छत ढलाई में प्राक्कलन से हटकर छड़ का इस्तेमाल किया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: रिम्स का एक ऐसा कमरा जो ढाई सालों तक सुर्खियों में रहा, लालू ने यहां रहने के लिए किया था लाखों का भुगतान

घटिया निर्माण को लेकर पुलिसकर्मियों में आक्रोश

अभियंताओं और संवेदक की मिलीभगत की वजह से पुलिस केंद्र में बंद रहे क्वार्टर के घटिया निर्माण को लेकर पुलिसकर्मियों और अधिकारियों में आक्रोश बढ़ रहा है. अगर पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन ने समय रहते प्राक्कलन से हटकर हो रहे काम पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले दिनों में कोई दिक्कत हो सकती है. प्राक्कलन से हटकर छत ढलाई में छड़ों का किए जा रहे इस्तेमाल को लेकर योजना स्थल पर मौजूद झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन और अभियंताओं से जब पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.

देखें पूरी खबर

एसपी ने किया निरीक्षण

मामला संज्ञान में आते ही एसपी मणिलाल मंडल ने पुलिस केंद्र में बंद रहे क्वार्टर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और मौजूद झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन एवं संविदा के अभियंताओं को प्राक्कलन से हटकर छत ढलाई में लगाए गए छड़ों को हटाकर फिर से प्राक्कलन के मुताबिक सामानों को लगाने का निर्देश दिया है. एसपी ने संवेदक और कॉरपोरेशन के अभियंताओं को कार्य की गुणवत्ता के साथ-साथ किसी तरह का छेड़छाड़ नहीं करने की भी हिदायत दी.

झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन और पुलिस एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने निर्माणाधीन पुलिस भवन का निरीक्षण किया और कहा कि मामले की जानकारी एसपी सहित बड़े अधिकारियों को दी जाएगी. एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि अगर काम में सुधार नहीं लाया तो आने वाले दिनों में बड़ी घटना घट सकती है. उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में घटिया निर्माण नहीं होने दिया जाएगा.

Quarters being built for policemen in Pakur
एसपी ने मौके पर पहुंचकर जांच की.

एसपी ने कहा कि ज्यादा प्रॉफिट के लिए एस्टीमेट से हटकर काम किया जा रहा है. एसपी ने बताया कि एस्टीमेट से हटकर काम किए जाने को लेकर सरकार को पत्राचार किया जाएगा. एसपी ने कहा कि क्वार्टर निर्माण में घटिया ईंट का उपयोग किया जा रहा है, जिसे हटाने का निर्देश दिया गया है.

छड़ के इस्तेमाल को लेकर उठ रहे सवाल

झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा पुलिस केंद्र ने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों सहित उनके परिजनों के रहने के लिए क्वार्टर निर्माण का निर्णय लिया था. कॉरपोरेशन द्वारा निविदा निकाली गई और क्वार्टर निर्माण के लिए एनपीसीसी के साथ इकरारनामा किया. करीब 46 करोड़ की राशि से बनने वाले क्वार्टर का निर्माण शुरू किया गया. जानकारी के मुताबिक प्राक्कलन में 20 और 16 एमएम छड़ छत ढलाई में इस्तेमाल किए जाने थे, लेकिन संवेदक और अभियंताओं की मिलीभगत से 16 और 12 एमएम का छड़ लगाया गया.

पाकुड़: कानून का राज कायम करने के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है. झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के अभियंता और संवेदक एनपीसीसी की मिलीभगत से करोड़ों रुपए की योजना की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं. सवाल इसलिए खड़े हो गए हैं क्योंकि पुलिस केंद्र में करीब 46 करोड़ रुपए की राशि से बन रहे क्वार्टर की छत ढलाई में प्राक्कलन से हटकर छड़ का इस्तेमाल किया जा रहा है.

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घटिया निर्माण को लेकर पुलिसकर्मियों में आक्रोश

अभियंताओं और संवेदक की मिलीभगत की वजह से पुलिस केंद्र में बंद रहे क्वार्टर के घटिया निर्माण को लेकर पुलिसकर्मियों और अधिकारियों में आक्रोश बढ़ रहा है. अगर पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन ने समय रहते प्राक्कलन से हटकर हो रहे काम पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले दिनों में कोई दिक्कत हो सकती है. प्राक्कलन से हटकर छत ढलाई में छड़ों का किए जा रहे इस्तेमाल को लेकर योजना स्थल पर मौजूद झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन और अभियंताओं से जब पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.

देखें पूरी खबर

एसपी ने किया निरीक्षण

मामला संज्ञान में आते ही एसपी मणिलाल मंडल ने पुलिस केंद्र में बंद रहे क्वार्टर निर्माण कार्य का निरीक्षण किया और मौजूद झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन एवं संविदा के अभियंताओं को प्राक्कलन से हटकर छत ढलाई में लगाए गए छड़ों को हटाकर फिर से प्राक्कलन के मुताबिक सामानों को लगाने का निर्देश दिया है. एसपी ने संवेदक और कॉरपोरेशन के अभियंताओं को कार्य की गुणवत्ता के साथ-साथ किसी तरह का छेड़छाड़ नहीं करने की भी हिदायत दी.

झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन और पुलिस एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने निर्माणाधीन पुलिस भवन का निरीक्षण किया और कहा कि मामले की जानकारी एसपी सहित बड़े अधिकारियों को दी जाएगी. एसोसिएशन के नेताओं ने कहा कि अगर काम में सुधार नहीं लाया तो आने वाले दिनों में बड़ी घटना घट सकती है. उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में घटिया निर्माण नहीं होने दिया जाएगा.

Quarters being built for policemen in Pakur
एसपी ने मौके पर पहुंचकर जांच की.

एसपी ने कहा कि ज्यादा प्रॉफिट के लिए एस्टीमेट से हटकर काम किया जा रहा है. एसपी ने बताया कि एस्टीमेट से हटकर काम किए जाने को लेकर सरकार को पत्राचार किया जाएगा. एसपी ने कहा कि क्वार्टर निर्माण में घटिया ईंट का उपयोग किया जा रहा है, जिसे हटाने का निर्देश दिया गया है.

छड़ के इस्तेमाल को लेकर उठ रहे सवाल

झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा पुलिस केंद्र ने पुलिस अधिकारियों और कर्मियों सहित उनके परिजनों के रहने के लिए क्वार्टर निर्माण का निर्णय लिया था. कॉरपोरेशन द्वारा निविदा निकाली गई और क्वार्टर निर्माण के लिए एनपीसीसी के साथ इकरारनामा किया. करीब 46 करोड़ की राशि से बनने वाले क्वार्टर का निर्माण शुरू किया गया. जानकारी के मुताबिक प्राक्कलन में 20 और 16 एमएम छड़ छत ढलाई में इस्तेमाल किए जाने थे, लेकिन संवेदक और अभियंताओं की मिलीभगत से 16 और 12 एमएम का छड़ लगाया गया.

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