पाकुड़: झारखंड में रघुवर सरकार जाने की खुशी न केवल महागठबंधन दल में शामिल नेता और कार्यकर्ताओं में है बल्कि राज्य के पारा शिक्षकों में भी है. पारा शिक्षक रघुवर सरकार के गिरने से इस तरह गदगद हैं, मानो उन्हें आने वाले दिनों में बड़ी सौगात मिलने वाली है.
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राज्य में सरकार के बदलते ही पारा शिक्षकों में अपनी सेवा स्थायी होने और मानदेय में बढ़ोत्तरी होने की आस जगी है. इसे लकर जिले के पारा शिक्षक आगामी 28 दिसंबर को संकल्प विजय रैली निकालेंगे. यह निर्णय जिला मुख्यालय के गोकुलपुर बगीचा में एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक में लिया गया.
मोर्चा जिलाध्यक्ष चितरंजन भंडारी ने कहा कि रघुवर सरकार की दमनकारी नीतियों, वादाखिलाफी और हक के लिए चलाए गए आंदोलन में शामिल पारा शिक्षकों पर अपनायी गयी दमनात्मक नीति के बाद यह निर्णय लिया गया था कि विधानसभा चुनाव के समय हम और हमारा परिवार भाजपा के खिलाफ वोट करेगा, जिसका परिणाम देखने को मिला.
उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि पारा शिक्षक अपने संकल्प पर अडिग रहे और राज्य से न केवल रघुवर सरकार गयी, बल्कि खुद मुख्यमंत्री भी हार गए. उन्होंने कहा कि उनकी एकजुटता बीजेपी के राज्य में हार का एक कारण रही.