पाकुड़: झारखंड विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने सदन में किए जा रहे हंगामें को झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक साइमन मरांडी ने नकारात्मक भूमिका करार दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी बाबूलाल मरांडी को विपक्षी नेता की मान्यता दिलाने के लिए बलजोरी कर रही है.
साइमन मरांडी ने कहा कि स्पीकर नियमन के मुताबिक निर्णय लेते हैं और ऐसा ही झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने भी किया है. साइमन मरांडी ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने अपनी पार्टी का विलय किया है. झाविमो के तीन विधायक इस बार चुने गए जिसमें सिर्फ बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हुए. ऐसे में उन्हें प्रतिपक्ष का नेता की मान्यता देने के लिए सारी नियमों को देखकर ही झारखंड विधानसभा अध्यक्ष ने ऐसा निर्णय लिया है.
मरांडी ने कहा कि बिना विपक्ष के ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भगवान श्रीकृष्ण की तरह सरकार चला रहे हैं. झामुमो केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार को सहयोग नहीं करना चाहती, इसलिए प्रतिपक्ष नेता की मान्यता नहीं देने को मुद्दा बनाकर सदन को बाधित करने का काम कर रही है.
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जनता बाबूलाल से करेगी सवाल
दुमका विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बतौर प्रत्याशी मैदान में उतरने के लगाए जा रहे प्रयास को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि 6 महीने के अंदर ही बाबूलाल को जनता जनादेश देगी, ऐसा नहीं लगता. उन्होंने कहा कि दुमका के लोग बाबूलाल मरांडी से यह जरूर पूछेंगे कि उन्हें क्या दर्द हुआ कि वह दुमका से चुनाव लड़ेंगे.