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सिंगापुर के लोग चखेंगे पाकुड़ के कच्चू का स्वाद, पहली खेप को किया गया रवाना

Kachchu production in Pakur. पाकुड़ के कच्चू का स्वाद अब सिंगापुर के लोग भी चख पाएंगे. कच्चू की पहली खेप सिंगापुर के लिए रवाना किया जा चुका है. जिले में कुल 200 टन कच्चू का उत्पादन हुआ है.

Kachhu production in Pakur
Kachhu production in Pakur
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 21, 2023, 9:17 AM IST

पाकुड़ के कच्चू को भेजा जा रहा विदेश

पाकुड़: आकांक्षी जिला पाकुड़ के किसानों की मेहनत और सरकारी प्रशासन के सहयोग का नतीजा है कि सिंगापुर के लोग पाकुड़ के कच्चू का स्वाद चखेंगे. अपेडा की मदद से जिला प्रशासन ने 2 टन कच्चू की पहली खेप सिंगापुर भेजी है.

जिला समाहरणालय परिसर में हरी झंडी दिखाने के बाद डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल और अपेडा के अधिकारियों ने कच्चू लदे वाहन को कोलकाता के लिए रवाना किया. कच्चू को अपेडा कोलकाता से सिंगापुर भेजेगा.

200 टन कच्चू का हुआ उत्पादन: मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि जिले में 500 बीघे जमीन में 200 टन कच्चू का उत्पादन हुआ है. उन्होंने बताया कि डीएमआर ग्रीन वैली एग्रो प्रा.लि. लिमिटेड महेशपुर ब्लॉक के मोरसालिम सेख और सफीकुल सेख द्वारा उगाए गए दो टन कच्चू को कोलकाता से सिंगापुर भेजेगा. उन्होंने कहा कि किसानों की समृद्धि के लिए यह प्रयास जारी रहेगा.

मौके पर डीसी ने कहा कि अपेडा की मदद से जिले में पैदा होने वाले कच्चू की पहली खेप सिंगापुर भेजी जा रही है. उन्होंने कहा कि किसानों की समृद्धि और उनकी आय दोगुनी करने के लिए उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है. डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास होगा कि किसानों द्वारा उत्पादित उत्पाद बड़ी मात्रा में विदेशों में जाये, ताकि यहां के किसान आत्मनिर्भर बन सकें.

यहां बता दें कि पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड के सैकड़ों किसान कच्चू की खेती करते हैं. स्थानीय हाट बाजारों के अलावा, किसान अपने उपजाए गए कच्चू को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बाजारों में बेचते हैं. इससे पहले भी जिले से कच्चू को कतर भेजा गया था.

यह भी पढ़ें: पाकुड़ की सब्जियों की विदेशों में डिमांड, दो मीट्रिक टन कच्चू भेजा गया कतर

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पाकुड़ के कच्चू को भेजा जा रहा विदेश

पाकुड़: आकांक्षी जिला पाकुड़ के किसानों की मेहनत और सरकारी प्रशासन के सहयोग का नतीजा है कि सिंगापुर के लोग पाकुड़ के कच्चू का स्वाद चखेंगे. अपेडा की मदद से जिला प्रशासन ने 2 टन कच्चू की पहली खेप सिंगापुर भेजी है.

जिला समाहरणालय परिसर में हरी झंडी दिखाने के बाद डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल और अपेडा के अधिकारियों ने कच्चू लदे वाहन को कोलकाता के लिए रवाना किया. कच्चू को अपेडा कोलकाता से सिंगापुर भेजेगा.

200 टन कच्चू का हुआ उत्पादन: मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि जिले में 500 बीघे जमीन में 200 टन कच्चू का उत्पादन हुआ है. उन्होंने बताया कि डीएमआर ग्रीन वैली एग्रो प्रा.लि. लिमिटेड महेशपुर ब्लॉक के मोरसालिम सेख और सफीकुल सेख द्वारा उगाए गए दो टन कच्चू को कोलकाता से सिंगापुर भेजेगा. उन्होंने कहा कि किसानों की समृद्धि के लिए यह प्रयास जारी रहेगा.

मौके पर डीसी ने कहा कि अपेडा की मदद से जिले में पैदा होने वाले कच्चू की पहली खेप सिंगापुर भेजी जा रही है. उन्होंने कहा कि किसानों की समृद्धि और उनकी आय दोगुनी करने के लिए उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है. डीसी ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास होगा कि किसानों द्वारा उत्पादित उत्पाद बड़ी मात्रा में विदेशों में जाये, ताकि यहां के किसान आत्मनिर्भर बन सकें.

यहां बता दें कि पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड के सैकड़ों किसान कच्चू की खेती करते हैं. स्थानीय हाट बाजारों के अलावा, किसान अपने उपजाए गए कच्चू को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बाजारों में बेचते हैं. इससे पहले भी जिले से कच्चू को कतर भेजा गया था.

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