पाकुड़: आउट सोर्सिंग पर बहाल ऊर्जा मित्रों को नौ माह का बकाया मानदेय एजेंसी वैभू ने नहीं दिया है. इसके विरोध में ऊर्जा मित्रों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दिया है. इससे विद्युत विभाग राजस्व वसूली नहीं कर पा रहा है. वहीं ऊर्जा मित्र की हड़ताल का प्रभाव उपभोक्ताओं पर दिख रहा है. उनका बिजली बिल का कनेक्शन प्रत्येक माह नहीं होने से उनपर एक साथ कई महीने का बिल चुकता करना पडे़गा.
प्रत्येक माह 6 से 8 करोड़ राजस्व: जिला बिजली विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिमाह विभाग को 6 से 8 करोड़ रुपये घरेलू एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से राजस्व की वसूली होती थी. ऊर्जा मित्रो के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है. इससे जाने के कारण बीते तीन माह से बिजली बिल उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है. राजस्व की वसूली पूरी तरह से बंद है. इससे उन्हें अब एक बार में ही कई महीनों का बिजली बिल एक साथ चुकता करना होगा.
इनका बिजली भुगतान लिया जा रहा: हालांकि विभाग ने कनीय अभियंता के आइडी से बड़े-बड़े क्रशर मशीनों, कल कारखानों का बिल तैयार कर भुगतान लिया जा रहा है. ऊर्जा मित्रो के हड़ताल पर रहने के कारण विद्युत कार्यालय में उपभोक्ताओं की संख्या नहीं के बराबर देखी जा रही है. बिजली बिल जमा करने वाले मशीन में सिर्फ विभाग के कर्मी ही दिखाई दे रहे है.
बिलिंग एजेंसी वैभु की लापरवाही: कार्यपालक अभियंता सत्य नारायण पातर ने बताया कि बिलिंग एजेंसी की लापरवाही के कारण आज विभाग को राजस्व की वसूली में परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि बिलिंग एजेंसी को कई बार ऊर्जा मित्रो का बकाया भुगतान के लिए पत्राचार किया गया. परंतु सिर्फ आश्वासन ही दिया.
सिस्टम दुरुस्त करने का आश्वसान: कार्यपालक अभियंता ने बताया कि बिलिंग एजेंसी के खिलाफ विभाग को पत्राचार किया गया है. जल्द विद्युत विभाग तत्काल ऊर्जा मित्र को नियुक्त पर मीटर रीडिंग का कार्य प्रारंभ कराएगी. कहा कि उपभोक्ताओं पर बिजली बिल का बोझ न बने और विभाग को राजस्व की समय पर उसूली हो सके इसके लिए इस पर जल्द पहल किया जाएगा. गौरतलब है कि बिलिंग एजेंसी वैभू की लापरवाही के कारण पाकुड़ ही नहीं बल्कि दुमका, जामताड़ा सहित कई जिलो में विभाग को राजस्व वसूली में परेशानी झेलनी पड़ी.