पाकुड़: पूर्व रेलवे कोलकाता जोन के रेल महाप्रबंधक अरुण अरोड़ा पाकुड़ पहुंचे. महाप्रबंधक ने सबसे पहले मालपहाड़ी व लोटामारा रेलवे साइडिंग का निरीक्षण किया और कोल और स्टोन की लोडिंग कैसे बढ़े और रेलवे को राजस्व की वृद्धि कैसे हो इसको लेकर चर्चा की.
लोडिंग पॉइंट निरीक्षण के बाद रेल महाप्रबंधक ने रेलवे स्टेशन में यात्रियों को मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली. साथ ही छोटी मोटी समस्याओं का जल्द निदान कराने का निर्देश हावड़ा डीआरएम मनीष जैन को दिया. रेल महाप्रबंधक ने रेलवे स्टेशन परिसर में पत्थर व्यवसायियों के साथ बैठक की और स्टोन लोडिंग में आयी कमी के कारणों को जाना. रेल महाप्रबंधक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पाकुड़ रेलवे स्टेशन एक बहुत महत्वपूर्ण लोडिंग प्वाइंट है और वर्षों से स्टोन एवं कोल लोडिंग यहां से हो रही है. इस रेलवे स्टेशन से राजस्व भी अच्छा मिलता है लेकिन हाल के दिनों में लोडिंग में कमी आयी है, जिसकी समीक्षा की जा रही है.
उन्होंने बताया कि रैक लोडिंग कैसे बढ़े, इसके लिए व्यवसायियों के साथ बैठक की गई और उनकी समस्याओं को सुना गया जिस पर जल्द समाधान किया जाएगा. जीएम ने कहा कि कोल एवं स्टोन लोडिंग एरिया में रेलवे का 150 प्लॉट है, जिसमें से मात्र 50-60 पर ही लोडिंग चल रहा है. उन्होंने कहा कि खाली पड़े रेलवे के प्लॉट को नियम के तहत व्यवसायियों को आवंटित किया जाएगा ताकि राजस्व में वृद्धि हो. जीएम ने कहा कि पाकुड़ रेलवे स्टेशन में जो सुविधाओं की कमी है, उसे दूर करने का काम किया जा रहा है.
नई दिल्ली के लिए सीधी ट्रेन व अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव को लेकर जीएम ने कहा कि इसके लिए स्थानीय सांसद लिखित रूप से डिमांड करे और उस डिमांड को रेलवे बोर्ड को भेजा जाएगा और बोर्ड अगर निर्णय लेगी तो नई ट्रेन व अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव पाकुड़ रेलवे स्टेशन में कराया जा सकता है.