पाकुड़: टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जिला प्रशासन द्वारा 43 यक्ष्मा रोगियों को गोद लिया गया. रविवार को पुराना सदर अस्पताल परिसर में टीबी हारेगा भारत जीतेगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें 43 टीबी रोगियों के बीच निक्षय पोषण किट का वितरण डीसी वरुण रंजन ने किया.
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डीसी ने प्रधानमंत्री के टीबी हारेगा भारत जीतेगा के सपने को साकार करने में जिले के व्यवसायियों, समाजसेवियों से आगे आकर टीबी रोगियों को गोद लेने की अपील की. कार्यक्रम के मौके पर सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने बताया कि जिले में 849 मरीजों का इलाज चल रहा है और इनमें से 625 यक्ष्मा रोगियों को व्यवसायियों, सामाजिक एवं राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं और पुलिस प्रशासन द्वारा गोद लेकर पोषाहार किट मुहैया कराया गया है.
वहीं डीसी वरुण रंजन ने कहा कि टीबी रोगियों को तंदुरस्त बनाकर स्वस्थ करने में पौष्टिक आहार का होना जरूरी है और इसी कमी को दूर करने एवं भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है. निक्षय पोषण कीट वितरण के मौके पर सिविल सर्जन के अलावे सूचना जन सम्पर्क पदाधिकारी डॉ चंदन, उपाधीक्षक डॉ एस के झा मौजूद रहे.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लेकर देशवासियों से इस अभियान को सफल बनाने, मरीजों को पोषाहार देकर मदद करने की अपील की थी. पीएम की अपील के बाद सामाजिक संगठन, राजनीतिक दल, पुलिस एवं जिला प्रशासन ने मरीजों को गोद लेकर उन्हें पोषाहार देकर स्वस्थ बनाने एवं टीबी मुक्त भारत बनाने में कदम उठाया है. आज पाकुड़ जिले के 849 टीबी मरीजो में से 668 मरीजो को गोद लेकर पोषाहार मुहैया कराया जा रहा है.