पाकुड़: जिले में रामनवमी का त्योहार पहली बार सादगी से मनाया गया. हनुमान मंदिरो में श्रद्धालु पूजा अर्चना करने पहुंचे जरूर पर पुरोहित सहित लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा. रामनवमी के मौके पर शासन और प्रशासन के अपील की वजह से रामनवमी अखाड़ा नहीं निकाला गया.
अपेक्षाकृत कम लोग ही मंदिरों में पहुंचे
पूजा अर्चना के लिए अपेक्षाकृत कम लोग ही मंदिरों में पहुंचे. मंदिरों में पूजा अर्चना के दौरान न केवल श्रद्धालु बल्कि पुरोहितों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखे. पूजा अर्चना हुई और लोग प्रसाद को श्रद्धालुओं के बीच वितरण करने की बजाय अपने घर ले गए. जिला मुख्यालय के अलावे ग्रामीण इलाको में भी सादगी के साथ रामनवमी का त्योहार मनाया गया. मंदिरों और अपने-अपने घरों में लोगों ने भगवान हनुमान का पताका जरूर लहराया.
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सोशल डिस्टेंस बनाए रखने का इंतजाम
रामनमवी के अवसर पर मंदिरों में न तो घंटी, शंख और न ही माइक बजे. कई मंदिरों में तो घेरा बनाकर श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंस बनाए रखने का इंतजाम भी किया गया था. बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश के सभी हिस्सों में लाॅकडाउन किया गया है.