पाकुड़: कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम को लेकर जिले में लॉकडाउन का लोग अनुपालन कर रहे हैं. वहीं, सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की बात हो या जरूरतमंदों की सेवा की सभी क्षेत्रों में गांव की महिलाएं बेहतर भूमिका निभा रही है.
बता दें कि सखी मंडलों से जुड़ी महिलाएं जिन्हें सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वावलंबी बनाने के लिए समूह से जोड़ा था, आज वही गांव की महिलाएं अपनी कमाई धमाई छोड़कर जरूरतमंदों की सेवा में लगी है. वहीं, जिले के 128 पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन के जरिए लॉकडाउन के दौरान अपने-अपने घरों में ही रहने वाले गरीब, दिव्यांग, विधवा, असहाय, मजदूरों को भरपेट भोजन कराने का काम शुरू किया है.
झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी ने मुख्यमंत्री दीदी किचन का बेहतर तरीके से संचालन करने को लेकर सभी पंचायतों को बीस-बीस हजार रुपये मुहैया भी कराया है. जिले के 106 पंचायतों में मुख्यमंत्री दीदी किचन का संचालन शुरू हुआ है. मुख्यमंत्री दीदी किचन में सखी दीदी भोजन बना रही है और अपने पंचायत के ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर और लॉकडाउन के दौरान कोई कामकाज नहीं कर पा रहे हैं उन्हें दो वक्त का भोजन करा रही है.
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जेएसएलपीएस के प्रखंड समन्वयक विवेक कुमार ने बताया कि पूर्व से 22 केंद्र चल रहे थे जबकि लॉकडाउन के कारण 106 पंचायत में मुख्यमंत्री दीदी किचन चालू किया गया है. उन्होंने बताया कि दीदी किचन के जरिए गरीब, असहाय, विधवा, वृद्धा औऱ दिव्यांगों को दो वक्त का भोजन कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन जबतक रहेगा मुख्यमंत्री दीदी किचन चालू रहेगा ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे.